पीएमएवाई की फिजिकल वेरिफिकेशन में सामने आया बड़ा फर्जीवाड़ा
कुरुक्षेत्र। प्रधानमंत्री आवास योजना में फिजिकल वेरिफिकेशन में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : प्रधानमंत्री आवास योजना में फिजिकल वेरिफिकेशन में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। जांच के दौरान 342 नए आवेदनकर्ताओं में से 52 फर्जी मिले हैं। इन लोगों की अपने कच्चे मकान दिखाकर पक्के मकान बनाने के लिए योजना का लाभ लेने की तैयारी थी। अधिकारियों ने फिजिकल वेरीफिकेशन की तो इनके पक्के मकान पाए गए। कार्यक्रम अधिकारी ने ऐसे लोगों की फाइल रद करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। वहीं वेरिफिकेशन में 78 के पास प्रॉपर्टी प्रूफ नहीं मिले। इन्हें भी योजना का लाभ लेने के लिए प्रॉपर्टी प्रूफ नप को दिखाना होगा। इसके अलावा 90 लोगों के पास कोई न कोई दस्तावेज कम पाए गए। 342 में से 122 ही इस योजना के लिए खरे उतरे। ऐसे लोगों को अपने दस्तावेज जमा कराने के लिए कुछ समय दिया जा सकता है, जबकि कार्यक्रम अधिकारी के पास रिपोर्ट पहुंचते ही फर्जी आवेदनकर्ताओं के आवेदन रद कर दिए जाएंगे। किसी के पास पैनकार्ड नहीं तो किसी के पास वोटर कार्ड
नगर परिषद की टीम के साथ मिलकर निजी कंपनी द्वारा किए गए सर्वे में सामने आया कि 168 लोग इस योजना के लिए फिट तो बैठते हैं, लेकिन किसी के पास पैनकार्ड नहीं, किसी के पास वोटर कार्ड नहीं, तो किसी के पास राशन कार्ड नहीं मिला। इसके अलावा इनकम सर्टिफिकेट, हाउस टैक्स, एसेसमेंट और आधार कार्ड भी कई आवेदनकर्ताओं के पास नहीं मिले। इन लोगों को नप अब दस्तावेज जमा कराने के लिए कुछ समय दे सकती है। 801 में से 303 को मिल चुका है पत्र
थानेसर नगर परिषद में 801 आवेदकों ने पक्की छत का सपना देखते हुए प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवेदन किया था। इनमें से 628 के पत्र तैयार हो चुके हैं। इनमें से 303 आवेदकों को पात्र मानते हुए पहली सूची में शामिल कर लिया गया था। इन्हें पत्र देकर कच्चा मकान तोड़कर नया मकान शुरू करने की स्वीकृति दे दी गई थी। इनमें से ढाई लाख वाली स्कीम में 215 लोगों को पहली किश्त के तौर पर अब तक दो करोड़ 15 लाख रुपये की राशि दी जा चुकी है। वहीं 191 पात्रों को एक करोड़ 91 लाख की दूसरी किश्त जारी की गई। तीसरी किश्त 105 लोगों को दी गई, जिसमें नप ने 52 लाख 50 हजार की राशि दे चुकी है। वहीं डेढ़ लाख वाली स्कीम में मिले 30 पात्र पहली किश्त, 22 पात्र दूसरी और 10 पात्र तीसरी किश्त ले चुके हैं। दस्तावेज के लिए दिया जाएगा समय
कार्यक्रम नोडल अधिकारी मदन चौहान ने बताया कि वेरिफिकेशन का काम पूरा हो चुका है। शहर में 52 आवेदनकर्ताओं के मकान पक्के मिले हैं, जबकि बाकी कई लोगों के पास दस्तावेज पूरे नहीं मिले हैं। इन लोगों को दस्तावेज पूरे करने के लिए कुछ समय दिया जाएगा।