झट से वेश बदलकर नेता पहुंच रहे मतदाताओं के बीच
पंजाबी बाहुल्य इलाके में पहुंचने से पहले नेता सिर पर पगड़ी बांध ले रहे हैं। ऐसे वेश बदलकर नेता मतदाताओं के बीच पहुंच रहे हैं। हालांकि पगड़ी के जरिये रिझाने का रिवाज पुराना रहा है मगर इस बार चुनाव में नेता के साथ समर्थक तक भी पगड़ी बांध कर पहुंच रहे हैं।
दीपक वशिष्ठ, इस्माईलाबाद
पंजाबी बाहुल्य इलाके में पहुंचने से पहले नेता सिर पर पगड़ी बांध ले रहे हैं। ऐसे वेश बदलकर नेता मतदाताओं के बीच पहुंच रहे हैं। हालांकि पगड़ी के जरिये रिझाने का रिवाज पुराना रहा है, मगर इस बार चुनाव में नेता के साथ समर्थक तक भी पगड़ी बांध कर पहुंच रहे हैं। यही नहीं सामने वाले पगड़ी धारी को देखकर झट से लिपट तक जाते हैं। ऐसा लगता है, मानो वर्षो पुराना साथी मिल गया हो। मतदाता यह तमाशा देख मंद मंद मुस्कुरा रहा है।
कुरुक्षेत्र संसदीय क्षेत्र का गुहला चीका, पिहोवा व शाहाबाद विधानसभा क्षेत्र पंजाबी बाहुल इलाका है। इनमें जहां सिख मतदाता अधिक हैं वहीं पंजाबी खतरी बिरादरी भी कम नहीं है। इसके साथ ही मजहबी, नामधारी, कंबोज, जट सिख आदि बिरादरी पगड़ी धारी है। इस बार कुछ निर्दलीय मतदाताओं से इतर देखें तो किसी भी बड़े दल ने सिख प्रत्याशी को मैदान में नहीं उतारा है। प्रत्याशियों के मामले में इस बार मुख्य प्रत्याशियों में जाट, सैनी व ब्राह्मण शामिल हैं। इस बार किसी अग्रवाल समुदाय से भी प्रत्याशी नहीं है। सिख समुदाय से प्रत्याशी न होने के चलते गैर सिख प्रत्याशी आए दिन पगड़ी से मोह बढ़ा रहे हैं। पहले पिहोवा में भाजपा प्रत्याशी नायब सैनी कार्यकर्ता सम्मेलन में पगड़ी पहनकर पहुंचे। यहां तक की दो दिन पहले खुद मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पगड़ी धारण की। कांग्रेस प्रत्याशी निर्मल सिंह के लिए प्रचार में उतरे कांग्रेस के दिग्गज नेता रणदीप सुरजेवाला सिख बाहुल इलाकों में बुधवार को पगड़ी धारण कर जनसभाएं संबोधित करने आए। उनके साथ पूर्व विधायक अनिल धंतोड़ी व पूर्व मंत्री के एल शर्मा तक पगड़ी में नजर आए। जेजेपी नेता जय भगवान शर्मा डीडी इस्माईलाबाद में पगड़ी पहनकर पहुंचे। इन नेताओं का कहना है कि पगड़ी सम्मान का सूचक है। कुल मिलाकर देखना होगा कि प्रत्याशी पगड़ी के जरिये अपनी अपनी नैया कैसे पार लगाते हैं। पंजाबी नेता भी लगे पहुंचने
पगड़ी धारी लोगों के बीच अब लगभग सभी दल पंजाबी नेताओं को भी उतारने लगे हैं। भाजपा की ओर से हरपाल चीका व सुशांत भारती, जेजेपी से कुलदीप मुलतानी व निशान सिंह और कांग्रेस की ओर से हरमोहिद्र सिंह चट्ठा मैदान संभाल चुके हैं। सिख मतदाताओं को रिझाने के लिए नेता दिन रात एक किए हुए हैं।