मौसम का बिगड़ा मिजाज, आसमान में छाए बादल
मौसम ने एक बार फिर से करवट ली है। पिछले कई दिनों से धूप खिल रही थी रविवार को दोपहर बाद एकाएक आसमान में बादल छा गए।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : मौसम ने एक बार फिर से करवट ली है। पिछले कई दिनों से धूप खिल रही थी, रविवार को दोपहर बाद एकाएक आसमान में बादल छा गए। रविवार को अधिकतम तापमान 23 डिग्री रहने के साथ न्यूनतम तापमान नौ डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम वैज्ञानिकों ने भी आगामी दिनों में बारिश की संभावना जताई है। मौसम के बिगड़ते मिजाज से सब्जी उत्पादकों के चेहरों पर चिता की लकीरें आ गई हैं। उन्हें भय सता रहा है कि अगर बरसात हुई तो सब्जियों को भारी नुकसान हो सकता है।
बारिश से हो सकता है आलू की फसल का नुकसान
मौसम के बिगड़ते मिजाज से आलू की खेती करने वाले किसान काफी परेशान हो रहे हैं। सर्दियों में आलू की फसल पर पाला पड़ने से फसल को झुलसा रोग होता है। इसमें आलू की पत्तियां पीली पड़ने लगती है और सड़ने लगती हैं तो वहीं पौधा गल जाता है। ऐसे कई समस्याएं है जिससे आलू की फसल को नुकसान पहुंच सकता है। वहीं अगर बारिश हुई तो नए आलू की निकासी में भी दिक्कत आएगी।
मटर उत्पादक भी चितित
मटर का उत्पादन करने वाले किसान मौसम में बदलाव से चितित हैं। इस समय मटर की फसल तैयार है। सब्जी उत्पादक सब्जियों की पैदावार के लिए दिन रात मेहनत कर रहे हैं। सब्जी उत्पादकों का कहना है कि अगर इस समय बरसात आती है तो मटर की फसल को नुकसान हो सकता है।
ठंड बढ़ने के साथ ही बाजार में भी ऊनी कपड़ों की दुकानों पर भीड़ लगनी शुरू हो गई है। रविवार को सुबह की शुरुआत ठिठुरन के साथ हुई। सूर्य चढ़ने के साथ ही ठंड का असर कम हुआ, लेकिन सर्द हवा के कारण दिनभर ठिठुरन रही। इससे लोग घरों से गर्म कपड़े पहनकर ही निकले। गांवों में सर्दी का असर दिखने लगा है।