स्वच्छ सर्वेक्षण में 33 रैंक सुधरने के बाद भी पिछड़ा थानेसर
कुरुक्षेत्र। स्वच्छ सर्वेक्षण-2020 में थानेसर नगर परिषद टॉप 10 में भी जगह नहीं बना पाई। नगर परिषद 2322.24 स्कोर लेकर प्रदेश की 17 नगर परिषद में से 16वें स्थान पर रही है।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : स्वच्छ सर्वेक्षण-2020 में थानेसर नगर परिषद टॉप 10 में भी जगह नहीं बना पाई। नगर परिषद 2322.24 स्कोर लेकर प्रदेश की 17 नगर परिषद में से 16वें स्थान पर रही है। यानी पीछे से दूसरा स्थान रहा। स्वच्छता सर्वेक्षण में यह रिपोर्ट धर्मनगरी के लिए चिता का विषय बन गई है। नगर परिषद की यह स्थिति कूड़े पर हर साल लाखों रुपये खर्च करने और गीता जयंती जैसे बड़े आयोजन शहर में होने पर है। हालांकि गत वर्ष से रैंकिग में 33 का सुधार हुआ है। थानेसर नगर परिषद से अच्छी लाडवा, शाहाबाद और पिहोवा नगरपालिका रही।तीनों ने टॉप 10 में जगह बनाई। लाडवा नगर परिषद ने दूसरा, शाहाबाद ने पांचवां और पिहोवा ने आठवां स्थान पाया है।
केंद्रीय शहरी निकाय मंत्रालय ने वीरवार को स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 का रिजल्ट जारी किया है। जिला मुख्यालय की थानेसर नगर परिषद का स्कोर 2322.24 रहा। इसके साथ रैंकिग 219 आई। यह गत वर्ष 219 थी। रिपोर्ट के आधार पर 2785 लोगों ने फीडबैक दिया। इसमें डायरेक्ट आब्जर्वेशन से अधिक सिटीजन फीडबैक के नंबर रहे हैं।
पार्ट-2 में जीरो स्कोर रहा
केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय ने स्वच्छ सर्वेक्षण छह हजार अंकों का किया था। इसमें सीधा मूल्यांकन, सिटीजन फीडबैक, सर्विस लेवल प्रोग्रेस और सर्टिफिकेशन थे। प्रत्येक 1500-1500 अंक के थे। नरर परिषद थानेसर को केवल 2322.24 अंक ही मिले, जबकि 2758 लोगों ने सर्वेक्षण में अपनी हिस्सेदारी दर्ज कराई। इसमें चार सर्वे किए गए थे। पार्ट-1 में 269.69 स्कोर रहा था। दूसरे में जीरो, तीसरे में 1110.00 और चौथे में 942.55 स्कोर हासिल किया। यानी पहले और दूसरे पार्ट में नगर परिषद इतना बेहतर नहीं कर सका।चौथे पार्ट में तीसरे से भी कम स्कोर मिले।
गत चार वर्षों की रैंकिग
वर्ष रैंकिग
2017 253
2018 199
2019 252
2020 219
लाडवा छाई इस्माईलाबाद सर्वेक्षण में नहीं थी शामिल
जिले में एक परिषद और चार नगरपालिका हैं। इस्माईलाबाद नगरपालिका पिछले साल ही गठन होने के चलते स्वच्छता सर्वेक्षण में शामिल नहीं की गई थी। लाडवा नगरपालिका 2656.06 स्कोर के साथ प्रदेश की 20 नगरपालिकाओं में दूसरे स्थान पर रही है। यह उत्तर भारत की 191 नगरपालिकों में से 30वां स्थान है। 392 लोग सिटीजन फीडबैक में शामिल हुए थे। जबकि पहले में 139वां और दूसरे क्वार्टर में 67वां स्थान प्राप्त किया था। यानी तीसरे और चौथे क्वार्टर में रैंकिग के लिए धरातल पर काम किया गया है। शाहाबाद नगरपालिका 2560.92 स्कोर लेकर प्रदेश में पांचवें स्थान पर रही। यह उत्तर भारत के 191नपा में से 38वां स्थान है। 4242 लोगों ने सिटिजन फीडबैक दिया था। यह पहले क्वार्टर में 105वां और दूसरे में 83वां रैंक था। पिहोवा नगरपालिका ने 2494.14 स्कोर के साथ प्रदेश में आठवां स्थान पाया है। यहां सिटीजन फीडबैक में 1519 लोग शामिल हुए। पहले क्वार्टर में 129 और दूसरे क्वार्टर में 57वां रैंक था।
2019 में पांच हजार में से मिले थे 2036 अंक वर्ष-2019 के लिए केंद्रीय शहरी निकाय मंत्रालय की ओर से कराए गए स्वच्छता सर्वेक्षण में घर-घर से कूड़ा उठाने, पब्लिक फीडबैक सहित अन्य प्वाइंट के अलग-अलग नंबर रखे थे। कुल पांच हजार अंकों में से धर्मनगरी को 2036 अंक हासिल हुए हैं। शहर में कराया जाएगा सुधार : उमा सुधा
नगर परिषद की चेयरपर्सन उमा सुधा का कहना है कि स्वच्छ सर्वेक्षण में राष्ट्रीय स्तर पर रैकिग में सुधार हुआ है। प्रदेश स्तर पर भी सुधार किया जा रहा है। नप सीमा में कई विकास कार्य हो रहे हैं। अगले वर्ष जिला प्रदेश स्तर पर पहले पांच में जगह बनाएगा।