उद्योगों की समस्याओं के समाधान के लिए संयुक्त प्रयास की आवश्यकता : डॉ. सतीश कुमार
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (निट) के निदेशक डॉ. सतीश कुमार
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र :
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (निट) के निदेशक डॉ. सतीश कुमार ने कहा कि औद्योगिक समस्याओं के समाधान के लिए अंत: विषय दृष्टिकोण होना आवश्यक है। उन्होंने बताया कि आजकल स्मार्ट ग्रिड, नवीकरण, हाइब्रिड वाहन, नेटवर्क इत्यादि जैसे क्षेत्रों से संबंधित सभी समस्याओं को किसी भी एक विभाग द्वारा हल नहीं किया जा सकता, लेकिन इसके समाधान प्राप्त करने के लिए विभिन्न विभागों के समन्वयन की आवश्यकता है। वे मंगलवार को राष्ट्रीय संस्थान के इलेक्ट्रिकल इंजीनिय¨रग व इलेक्ट्रॉनिक्स व संचार इंजीनिय¨रग विभाग द्वारा संयुक्त रूप से सिग्नल प्रोसे¨सग इन पावर सिस्टम प्रोटेक्शन एंड कंट्रोल विषय पर पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि इस तरह के पाठ्यक्रम संकाय सदस्यों और प्रतिभागियों की क्षमताओं को ओर अधिक उन्नत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसके पश्चात उन्होंने आश्वासन दिलाया कि संस्थान भविष्य में ऐसे प्रयासों का समर्थन करेगा जिसमें उद्योग और शिक्षा की भागीदारी शामिल हो। इस अवसर पर बेस्ट पॉवर इक्विपमेंट्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड नोयडा के प्रबंध निदेशक व संस्थान के पूर्व छात्र अमितासु सतपथी ने भी छात्रों से बातचीत की। अमितासु सतपथी ने उद्योगों के सामने आने वाली समस्याओं को सांझा किया ताकि उन्हें शिक्षा के क्षेत्र से उद्योगों में आने वाली समस्याओं का समाधान प्राप्त हो सके। इलेक्ट्रॉनिक्स व संचार इंजीनिय¨रग विभाग के विभागाध्यक्ष व कार्यक्रम के समन्वयक डॉ. विकास मित्तल ने संक्षेप में पाठ्यक्रम की संरचना के बारे में बताते हुए उद्योग, अनुसंधान एवं विकास संगठनों और शिक्षाविदों के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने बताया कि इस साप्ताहिक पाठ्यक्रम के दौरान उद्योग से जुड़े प्रख्यात विशेषज्ञ व आरएंडडी संगठन के विशेषज्ञ अपने सुझाव सांझा करेंगे। इलेक्ट्रिकल इंजीनिय¨रग विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो. रतना दहिया ने स्मार्ट ग्रिड के साथ जुड़ी चुनौतियों और मुद्दों के साथ-साथ उनके महत्व पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम की समन्वयक प्रो. मोनिका मित्तल व प्रो. शैली वढ़ेरा ने उपस्थित अतिथियों व प्रतिभागियों का धन्यवाद व्यक्त किया।