मैक में कलाकारों ने ढोल की थाप पर नाचकर मनाई होली
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के युवा एवं सांस्कृतिक विभाग के निदेशक डॉ. तेजेंद्र शर्मा ने कहा कि लोक कलाकार सदैव अपनी प्रतिभा तथा हुनर से अपने प्रदेश की संस्कृति का परिचय देते हैं। लोक संस्कृति ही किसी भी प्रदेश को महान बनाती है।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र :
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के युवा एवं सांस्कृतिक विभाग के निदेशक डॉ. तेजेंद्र शर्मा ने कहा कि लोक कलाकार सदैव अपनी प्रतिभा तथा हुनर से अपने प्रदेश की संस्कृति का परिचय देते हैं। लोक संस्कृति ही किसी भी प्रदेश को महान बनाती है। वह शनिवार सायं मल्टी आर्ट कल्चरल सेंटर में आयोजित लोहड़ी और सक्रांति उत्सव के मौके पर बतौर मुख्यातिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि लोक कलाकारों द्वारा प्रस्तुत की जानी वाली सांस्कृतिक प्रस्तुतियां न केवल उनके प्रदेश की सभ्यता व संस्कृति का बखान करती हैं, अपितु उस प्रदेश के सामाजिक परिवेश को भी दर्शाती हैं। इस अवसर पर कुरुक्षेत्र के लोक कलाकार गुलाब सिंह किरमिच ने हरियाणवी रागनियों की प्रस्तुतियां दी तथा पंजाब के पटियाला से आए कलाकार जरनैल सिंह बग्गा के निर्देशन में पंजाबी लोक रंग कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। पंजाबी कार्यक्रम में पहली प्रस्तुति भांगड़ा की रही। इसमें पटियाला की बख्शीश बग्गा फांउडेशन के कलाकार जमकर थिरके। इसके बाद रंगला पंजाब व गिद्दा की प्रस्तुति ने दर्शकों का मन मोहा। पंजाबी लोकनृत्यों पर कलाकारों के साथ लोग भी झूमते हुए नजर आए। इस मौके पर भारत विकास परिषद अध्यक्ष रजनीश गुप्ता, अजमेर सिंह, विकास शर्मा, धर्मपाल गुगलानी, सीमा कांबोज, मनीष डोगरा, न्यू उत्थान थियेटर ग्रुप से नरेश सागवाल, शिवकुमार किरमिच, भाजपा महिला मोर्चा की महामंत्री अनु रानी, साहिल खान, चंचल शर्मा, सुग्रीव मेहरा, गौरव दीपक जांगड़ा, मनीषा शर्मा मौजूद रहे।