गोद लिए गांव खेड़ी ब्राह्माणा के लोगों का फूटा गुस्सा, जताया रोष
गांव खेड़ी ब्राह्मणा के ग्रामीणों का गुस्सा शनिवार को फूट गया। ग्रामीणों ने गांव में एकत्रित होकर विधायक और प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ रोष जताया। ग्रामीणों का आरोप है कि विधायक के गोद लेने के बाद भी गांव का सुधार नहीं हुआ।
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-सीवर नहीं डालने को लेकर खफा हैं ग्रामीण जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : गांव खेड़ी ब्राह्मणा के ग्रामीणों का गुस्सा शनिवार को फूट गया। ग्रामीणों ने गांव में एकत्रित होकर विधायक और प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ रोष जताया। ग्रामीणों का आरोप है कि विधायक के गोद लेने के बाद भी गांव का सुधार नहीं हुआ। जबकि इस समस्या को लेकर ग्रामीण 30 दिसंबर को विधायक सुभाष सुधा से गुहार भी लगा चुके हैं और उन्होंने आश्वासन भी दिया था। मगर स्थिति में कोई बदलाव नहीं होने से ग्रामीणों का गुस्सा शनिवार को फूट गया।
ग्रामीण वीरभान ने बताया कि पिछले माह 30 दिसंबर को ग्रामीण विधायक सुभाष सुधा के यहां पर सीवर बनवाने की मांग करने गए थे और विधायक ने काम शुरू होने का आश्वासन दिया था। गांव की गलियों में सीवर का काम करने के लिए ग्रांट भेजने की बात भी कही थी, मगर अब तक गांव में कोई काम शुरू नहीं किया गया है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को विधायक के पास फोन किया तो उनके निजी सचिव ने ग्रांट नहीं आने की जानकारी दी।
बीमारी फैलने का खतरा
ग्रामीणों ने कहा कि गांव में सूरज कालोनी, कैलाश कालोनी, गणेश कालोनी हैं। जहां 1300 लोग रहते हैं। पुराने गांव के जोहड़ के पानी को तो सीवर की लाइन से जोड़ दिया गया जबकि नए खेड़ी ब्राह्माणा में सीवर नहीं डाला गया। इसकी वजह से गलियों में सुबह के समय पानी भर जाता है। जिससे बीमारी फैलने का खतरा बना हुआ है।
इस मौके पर पंचायत सदस्य शुभम, सुधीर कुमार, सुभाष चौधरी, गुलाब चौधरी, मुकेश, दीनदयाल, रोशनलाल, संजू, हीरालाल, सरदार कुलवंत सिंह, गंगाराम, रविद्र सिंह, वीरभान, जसवंत सिंह, पालाराम नायक, हीरालाल, मीना, रीना, ममता, काजल, शांति, रानी और कृष्ण देवी रहे।
शहरी क्षेत्र से बाहर है गांव : एसडीओ
जनस्वास्थ्य विभाग के एसडीओ अर्पित धीमान ने बताया कि खेड़ी ब्राह्मणा शहरी क्षेत्र से बाहर है। जनस्वास्थ्य विभाग का यहां कोई भी नया प्रोजेक्ट शुरू नहीं किया जाना था।