रेगुलर पढ़ाई नहीं, परामर्श के लिए खुले स्कूल
जिलेभर के स्कूल वीरवार को खुले। लेकिन सभी स्कूलों में बचे सिर्फ अपने शिक्षकों से परामर्श लेने के लिए ही पहुंचे।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : जिलेभर के स्कूल वीरवार को खुले। लेकिन सभी स्कूलों में बच्चे सिर्फ अपने शिक्षकों से परामर्श लेने के लिए ही पहुंचे। एक ओर शिक्षा विभाग की तरफ से स्कूलों में रेगुलर पढ़ाई शुरू करने को कोई पत्र नहीं मिला। इसके अलावा अधिकतर अभिभावक अपने बच्चों को केवल परामर्श के लिए ही स्कूल भेजना पसंद करते हैं। वे रेगुलर पढ़ाई के लिए नहीं भेजना चाहते। इन्हीं दो बड़े कारणों से जिलेभर के स्कूल खुले तो लेकिन विद्यार्थियों को परामर्श देने के लिए।
शिक्षा मंत्री की घोषणा अनुसार वीरवार को स्कूल खुलने थे, लेकिन शिक्षा विभाग ने स्कूल खुलने को लेकर कोई स्थिति स्पष्ट नहीं की। दैनिक जागरण ने वीरवार को स्कूलों का मौका देखा तो सरकार स्कूलों में बच्चे केवल परामर्श लेने पहुंचे। सीबीएसई और प्राइवेट स्कूलों ने इसमें किसी तरह का रिस्क नहीं उठाया।
शिक्षा विभाग से पत्र मिलने पर ही कार्रवाई की जाएगी शुरु : रमा शर्मा
राजकीय कन्या सीनियर सेकेंडरी स्कूल की प्रिसिपल रमा शर्मा ने बताया कि शिक्षा विभाग की ओर से उनके पास पत्र नहीं आया है। 21 सितंबर से परामर्श के लिए स्कूल खुले हुए है। आज भी विद्यार्थी सिर्फ परामर्श लेने के लिए ही आए हुए है। सभी ने कोविड-19 के नियमों की पालना करते हुए अपने-अपने मुंह पर मास्क लगाया हुआ है। स्कूल में अंदर आने के बाद ऑटोमेटिक सैनिटाइजर मशीन से हाथ सैनिटाइज करने के बाद ही कक्षा कक्षा में एंट्री दी जा रही है। शिक्षा विभाग की ओर से स्कूल खुलने का पत्र मिलने के बाद ही आगामी कार्रवाई शुरू की जाएगी।
परामर्श देने के लिए ही खुल रहा स्कूल : अनिल
एसएमबी गीता सीनियर सेकेंडरी स्कूल के प्रिसिपल अनिल कुलश्रेष्ठ ने बताया कि स्कूल केवल विद्यार्थियों को परामर्श देने के लिए ही खुल रहा है। जब तक शिक्षा विभाग पत्र जारी कर स्कूल खोलने की अनुमति नहीं देता। तब तक स्कूल में परामर्श देने के लिए कक्षाएं जारी रहेगी। आज भी स्कूल में नौवीं से बारहवीं कक्षा में लगभग 56 बच्चे स्कूल पहुंचे। जिन्होंने अपने-अपने शिक्षकों से परामर्श लिया।
गूगल मीट फार्म भरवा ले रहे सहमति : नारायण सिंह
गीता निकेतन आवासीय विद्यालय के प्रिसिपल नारायण सिंह ने बताया कि अभिभावकों से गूगल मीट फार्म भरवा कर बच्चों को स्कूल में भेजने की सहमति ले रहे है। जिसमें से अब तक मात्र 50 फीसदी ही अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल भेजना चाह रहे है। इसके अलावा सीबीएसई की ओर से स्कूल खोलने का पत्र नहीं मिला है। जैसे ही पत्र मिलता है तो स्कूल खोलने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। इससे पहले वे अपने स्कूल को पूर्ण रूप से सैनिटाइज करवा चुके है।