वीआइपी कल्चर से दूर आम जनता के बीच स्वीकारा अभिवादन
जैसे खुद भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान संदीप सिंह बेहद सरल स्वभाव के हैं वैसी ही खासियत उनके परिवार में भी दिखी। वीआइपी स्टेट्स होने के बावजूद संदीप सिंह के बडे़ भाई बिक्रम सिंह भाभी मीनाक्षी साली रोजी व बेटी खुशी ने परिवार सहित आम लोगों की तरह ही भीड़ में गौतम गंभीर को अभिवादन किया।
संवाद सहयोगी, पिहोवा : जैसे खुद भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान संदीप सिंह बेहद सरल स्वभाव के हैं, वैसी ही खासियत उनके परिवार में भी दिखी। वीआइपी स्टेट्स होने के बावजूद संदीप सिंह के बडे़ भाई बिक्रम सिंह, भाभी मीनाक्षी, साली रोजी व बेटी खुशी ने परिवार सहित आम लोगों की तरह ही भीड़ में गौतम गंभीर को अभिवादन किया। भीड़ की वजह से परिवारजनों ने काफी दूरी से ही गौतम गंभीर से सेल्फी भी ली। जैसे ही संदीप सिंह ने अपने बड़े भाई सहित परिवार को देखा तो उन्होंने तुरंत गौतम गंभीर को बड़े भाई का परिचय करवाते हुए कहा कि वे मेरे कोच साहब हैं। उनकी प्रेरणा से ही मैं हूं। मेरी हॉकी में कोई रुचि नहीं थी, लेकिन भाई बिक्रम सिंह (कोच साहब) के मार्गदर्शन की वजह से मैंने इस खेल को चुना और गोली लगने के बावजूद मौत को पछाड़ा। हॉकी में बेहतरीन प्रदर्शन कर देश को बुलंदियों पर ले जाकर अपने कोच साहब के सपने को पूरा किया। इनके आदेश के बिना मैं एक कदम भी आगे नहीं बढ़ा पाता।