इंग्लैंड भेजने के नाम पर चार लोगों से 47 लाख ठगे
दिल्ली के दो एजेंट भाइयों ने जिले के चार लोगों के साथ इंग्लैंड भेजने के नाम पर 47 लाख रुपये की ठगी कर ली। इनमें से दो को इंग्लैंड का वीजा न लग पाने पर कंबोडिया भेजने का झांसा दिया था। आरोपित मूल रूप से पंजाब के बठिडा का रहने वाला है ।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : दिल्ली के दो एजेंट भाइयों ने जिले के चार लोगों के साथ इंग्लैंड भेजने के नाम पर 47 लाख रुपये की ठगी कर ली। इनमें से दो को इंग्लैंड का वीजा न लग पाने पर कंबोडिया भेजने का झांसा दिया था। आरोपित मूल रूप से पंजाब के बठिडा का रहने वाला है।
धर्मेंद्र सिंह वासी गांव झीवरहेड़ी ने थाना झांसा में शिकायत दी है। उसने बताया कि खेती बाड़ी करता है। उसने बताया कि 2018 में उसकी बुआ का लड़का अमरीक सिंह इंग्लैंड गया था। उसने नवंबर 2018 में बुआ के लड़के से बात कर एजेंट अमरदीप सिंह और उसके भाई विक्की वासी बठिडा पंजाब हाल श्रीनगर शाकुर बस्ती रानी बाग नई दिल्ली से इंग्लैंड जाने के लिए फोन पर बात की। उसने उसको 14 लाख रुपये में इंग्लैंड भेजने का भरोसा दिया।
अमृतसर एयरपोर्ट पर अधिकारियों ने फ्लाइट से उतारा
अमरदीप सिंह व उसके भाई ने उसको 10 दिन इंग्लैंड का छह महीने का टूरिस्ट वीजा लगवाने की कही। दो दिन बाद उसको दिल्ली एंबेसी में अपनी फाइल जमा करवाने के लिए बुलाया। उसने चार-पांच दिन बाद फोनकर इंग्लैंड का वीजा लगने की बात कही। इसके तीन दिन बाद वीजा में दिक्कत आने की बात कही। उसको फिर से दिल्ली बुला लिया। उसके कहने पर अपना पासपोर्ट जमा करवा दिया। दिसंबर 2018 को अमरदीप सिंह फोन कर एंबेसी से वीजा संबंधित लेटर लेने के लिए दिल्ली बुलाया। उसने लेटर लेकर अमरदीप सिंह को दे दिया। उसने वीजा क्लीयर होने की कही और उसकी 26 जनवरी 2019 के लिए इंग्लैंड का टिकट करवा दिया। । अमृतसर हवाई अड्डे पर पर अधिकारियों ने उसको फ्लाइट से नीचे उतार लिया और पासपोर्ट चेक कर वीजा रिफ्यूज होने की बात कही। फरवरी 2019 में अमरदीप सिंह का फिर फोन आया और उसका वीजा क्लीयर होने की जानकारी दी। उसने उसके कहने पर 27 फरवरी को साढ़े सात लाख रुपये उसके बताए खाते में ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद चार लाख और मांगे। उसके बताए एक अन्य खाते में चार लाख रुपये दो मार्च 2019 ट्रांसफर कर दिए। शक होने पर अमरदीप सिंह से पैसे वापस मांगने लगा, लेकिन उसको पैसे नहीं लौटाए। एक दूसरे की फाइल दिखाकर देता रहा झांसा
कुछ दिन बाद कर्मजीत सिंह और मनदीप सिंह ने उसको बताया कि एजेंट अमरदीप सिंह ने उसको इंग्लैंड सीधा भेजने की बजाय किसी दूसरे देश से भेजने की बात कही। जुलाई 2019 में गांव का राजिद्र सिंह वासी झीवरहेड़ी ने उसको फोन कर उसकी फ्लाइट के बारे में पूछा। उसने एजेंट अमरदीप सिंह का नंबर दे दिया। उसने करीब डेढ़-दो माह बाद कर्मजीत सिंह के पिता बलबीर सिंह से पता चला की एजेंट अमरदीप सिंह ने कर्मजीत सिंह, मनदीप सिंह व राजिद्र सिंह को कंबोडिया में ही रोककर कर्मजीत सिंह से 3.50 लाख रुपये और मनदीप सिंह से 18-19 लाख और राजिद्र सिंह से 13 लाख रुपये ले लिए हैं। उसने कहा कि अमरदीप सिंह ने उन्हें इंग्लैंड नहीं भेजा है। अमरदीप सिंह ने उससे 12.50 लाख, मनदीप सिंह से 18-19 लाख, कर्मजीत सिंह से 3.50 लाख रुपये और राजिद्र सिंह से 13 लाख रुपये इंग्लैंड भेजने के नाम पर धोखाधड़ी कर हड़प लिए गए।