Move to Jagran APP

पीएमएवाइ में 412 नहीं करा पाए अब तक अधूरे कागजात

प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभपात्र 412 परिवारों के सिर पर पक्की छत मिलने का सपना टूटता हुआ नजर आ रहा है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 26 Oct 2020 07:01 PM (IST)Updated: Mon, 26 Oct 2020 07:01 PM (IST)
पीएमएवाइ में 412 नहीं करा पाए अब तक अधूरे कागजात
पीएमएवाइ में 412 नहीं करा पाए अब तक अधूरे कागजात

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभपात्र 412 परिवारों के सिर पर पक्की छत मिलने का सपना टूटता हुआ नजर आ रहा है। ये परिवार योजना का लाभ उठाने के लिए पीएमएवाइ नोडल अधिकारी की ओर से दिए गए निर्धारित समय पर मकान से जुड़े दस्तावेज जमा नहीं करा पाए। ऐसे में अब इनका नाम सूची से कभी भी कट सकता है। अब तारीख बढ़ाने को लेकर उच्चाधिकारियों के आदेशों का इंतजार किया जा रहा है। 527 में से 115 लोगों ने नोटिस मिलने के बाद पूरे जमा कराए कागजात

loksabha election banner

प्रधानमंत्री आवास योजना में आवेदन करने वाले 800 से ज्यादा आवेदकों को योजना का लाभपात्र मान लिया गया था। इनमें से 527 लाभपात्रों की फाइलें अटक गई थी। इन आवेदनकर्ताओं के पास या तो मकान के कागजात नहीं थे या फिर दूसरे डॉक्यूमेंट्स नहीं मिले। इन सभी को योजना के नोडल अधिकारी मदन चौहान की ओर से नोटिस जारी करके 25 अक्टूबर तक बचे हुए कागजात जमा कराने का अंतिम समय दिया गया था। इनमें से 115 लोगों ने 26 अक्टूबर तक कार्यालय में पहुंचकर बाकी के बचे कागजात जमा भी करा दिए थे। जबकि 109 के नोटिस वापस आ गए। ऐसे में 412 आवेदक ऐसे हैं जिनके पास अभी भी कागजात जमा नहीं हुए हैं।

26 अक्टूबर को भी कार्यालय में लिए गए कागजात

पीएमएवाई के नोडल अधिकारी मदन चौहान ने बताया कि जिला निकाय आयुक्त नरेंद्रपाल मलिक के निर्देश पर जो भी आगामी आदेश होंगे उनकी अनुपालना की जाएगी। फिलहाल फाइलों को तैयार किया जा रहा है। ऐसे में कुछ लोग 26 अक्टूबर को भी कार्यालय में आए थे, जिनके कागजात जमा किए गए। जब तक फाइलों का रिकॉर्ड ऊपर नहीं जाता तब तक लाभपात्रों से कागजात लिए जा रहे हैं। मगर आगामी आदेश आने तक।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.