10 गांव को बाढ़ से बचाने को ड्रेन के विस्तारीकरण कार्य पर खर्च होगा पांच करोड़ 25 लाख: फुलिया
संवाद सहयोगी, पिहोवा: डीसी डॉ.एसएस फुलिया ने कहा कि राज्य सरकार की तरफ से लोगों को बाढ़ और पानी की निकासी की समस्या से निजात दिलवाने के लिए ड्रेनों के विस्तारीकरण, पूलों के निर्माण और ड्रेनों के पि¨चग कार्य किए जा रहे हैं। इस्माईलाबाद क्षेत्र में हर वर्ष बाढ़ के पानी की चपेट में आने वाले करीब 10 गांवों के हजारों लोगों को राहत देने के लिए ड्रेन की लंबाई 10 हजार फुट बढ़ाई जाएगी। इस कार्य पर 5 करोड 25 लाख रुपये का बजट खर्च किया जाएगा।
संवाद सहयोगी, पिहोवा: डीसी डॉ.एसएस फुलिया ने कहा कि राज्य सरकार की तरफ से लोगों को बाढ़ और पानी की निकासी की समस्या से निजात दिलवाने के लिए ड्रेनों के विस्तारीकरण, पूलों के निर्माण और ड्रेनों के पि¨चग कार्य किए जा रहे हैं। इस्माईलाबाद क्षेत्र में हर वर्ष बाढ़ के पानी की चपेट में आने वाले करीब 10 गांवों के हजारों लोगों को राहत देने के लिए ड्रेन की लंबाई 10 हजार फुट बढ़ाई जाएगी। इस कार्य पर 5 करोड 25 लाख रुपये का बजट खर्च किया जाएगा।
डीसी डॉ.एसएस फुलिया शुक्रवार को गांव संधौली और इस्माईलाबाद के पास ड्रेन सहित अन्य निर्माण कार्यों का औचक निरीक्षण करने पहुंचे थे। डीसी एसडीएम पिहोवा निर्मल नागर, ¨सचाई विभाग के कार्यकारी अभियंता कृष्ण कुमार के साथ सबसे पहले गांव संधौली में ड्रेन और पुलों के निर्माण कार्य तथा गांव इस्माईलाबाद के पास ड्रेन निर्माण कार्य को चैक किया। उन्होंने कहा कि गांव संधौली और आस-पास के क्षेत्र को बाढ़ व बरसाती पानी से राहत देने के लिए ड्रेन की पि¨चग और दो नए पुलों का निर्माण कार्य किया जाएगा। इस स्थल पर ड्रेन की पि¨चग के कार्य पर एक करोड़ 25 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। पुलों के निर्माण कार्य पर करीब एक करोड़ रुपये का बजट खर्च किया जाएगा। दस गांव में रहता बाढ़ का खतरा
डीसी ने इस्माईलाबाद क्षेत्र में बाढ़ और बरसाती पानी से करीब 10 गांव के हजारों लोगों को छुटकारा दिलवाने के उद्देश्य से सिचंाई विभाग योजना के कार्य स्थल को जांचा। यह परियोजना पर राज्य सरकार की तरफ से 5 करोड़ 25 लाख रुपये की राशि खर्च की जाएगी। डीसी ने कहा कि प्रशासन की तरफ से निर्माण सामग्री पर पूरी तरह निगरानी रखी जाएगी और गुणवत्ता में किसी प्रकार की कमी नहीं आने दी जाएगी। ¨सचाई विभाग के सभी अधिकारी पूरी मेहनत और ईमानदारी के साथ काम करेंगे। इस मामलें में जरा-सी भी लापरवाही सहन नहीं की जाएगी। इस दौरान डीसी ने ग्रामीणों की समस्याओं को भी सुना।