तीन अनाज मंडियों में अटका 240 करोड़ रुपये का भुगतान
सरकारी एजेंसियों ने इस्माईलाबाद झांसा व ठोल मंडियों से 240 करोड़ की धान खरीदी और भुगतान एक रुपये का भी नहीं किया।
संवाद सहयोगी, इस्माईलाबाद : सरकारी एजेंसियों ने इस्माईलाबाद, झांसा व ठोल मंडियों से 240 करोड़ की धान खरीदी और भुगतान एक रुपये का भी नहीं किया। किसान और आढ़ती आर्थिक तंगी के दौर से गुजर रहे हैं। प्रदेश सरकार के खरीद के 72 घंटे के भीतर भुगतान के दावे भी पूरी तरह से खोखले साबित हुए हैं।
इस्माईलाबाद, झांसा और ठोल अनाज मंडी से सरकारी एजेंसियों ने इस माह के 16 दिन में 12 लाख क्विंटल धान की खरीद की। यही नहीं इसमें से करीब नौ लाख क्विंटल धान का उठान भी किया जा चुका है। इसके बावजूद 240 करोड़ का भुगतान अटकाया हुआ है। आढ़ती बलदेव शर्मा, जवाहर लाल बंसल और रमेश बंसल ने बताया कि जब सरकार खरीदे धान को राइस मिलों में भेज चुकी है। इसके बावजूद भी भुगतान ना करना कहां तक न्याय संगत है। आढ़तियों ने बताया कि किसान खेतों में काम करने वाले मजदूरों तक की मजदूरी नहीं दे पा रहे हैं। आढ़तियों का कहना है कि सरकार के समय पर भुगतान के तमाम दावे पूरी तरह से फेल साबित हुए हैं। अब सोमवार का इंतजार-कंसल
अनाज मंडी आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान राजेश कंसल ने बताया कि तमाम आढ़ती बेची उपज के सभी आइजे फार्म तक ऑनलाइन करवा चुके हैं। अब सब्र का बांध केवल सोमवार तक का इंतजार कर रहा है। कंसल ने कहा कि यदि सरकार नहीं जागी तो प्रदर्शन का रास्ता अख्तियार किया जाएगा।
कहां हैं मंडियों का जायजा लेने वाले : गुरनाम सिंह
भाकियू नेता गुरनाम सिंह फौजी का कहना है कि अनाज मंडियों में जायजा लेने का फोटो उतरवाने वाले कहां हैं। पहले उठान नहीं हो रहा था अब भुगतान नहीं हो रहा है। फौजी ने कहा कि अफसरों के सहारे चलने वाली भाजपा सरकार पूरी तरह से फेल हो चुकी है। उन्होंने कहा कि अब किसान भी भुगतान के लिए मैदान में डटेंगे।