स्मार्ट सिटी परियोजनाओं को सिरे चढ़ाने के लिए तेजी से हो रहे काम
स्मार्ट सिटी परियोजनाओं पर तेजी से काम कर उन्हें सिरे चढ़ाने के प्रयासों के चलते करनाल स्मार्ट सिटी लिमिटेड के सीईओ व उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने विकास सदन के सभागार में सोलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट को अपग्रेड करने तथा केएससीएल के तहत लिए गए कर्ण लेक व डब्ल्यूजेसी जैसे अतिरिक्त प्रोजेक्ट के कांस्पेट प्लान को लेकर प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कंसल्टेंट और उनकी टीम के साथ मंथन किया।
जागरण संवाददाता, करनाल : स्मार्ट सिटी परियोजनाओं पर तेजी से काम कर उन्हें सिरे चढ़ाने के प्रयासों के चलते करनाल स्मार्ट सिटी लिमिटेड के सीईओ व उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने विकास सदन के सभागार में सोलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट को अपग्रेड करने तथा केएससीएल के तहत लिए गए कर्ण लेक व डब्ल्यूजेसी जैसे अतिरिक्त प्रोजेक्ट के कांस्पेट प्लान को लेकर, प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कंसल्टेंट और उनकी टीम के साथ मंथन किया। शहर की कुछ सड़कों पर मार्किंग, लाइट, बैंचो की व्यवस्था, मध्य में प्लाजा व पौधारोपण से सुंदरीकरण करने पर भी चर्चा की गई।
सोलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट प्रोजेक्ट में मैटिरियल रिकवरी फैसीलिटी और वेस्ट मेकेनाइजड ट्रांसफर स्टेशन को लेकर चर्चा की गई। जिसमें तय हुआ कि ठोस अपशिष्ट प्रबंधन की वर्तमान क्षमता को नई अतिरिक्त मशीनरी के प्रयोग से इसमें पहुंचने वाले प्रतिदिन कचरे के लोड को कम किया जा सके। इसके लिए मैटिरियल रिकवरी फैसीलिटी, सीएंडडी वेस्ट के लिए केंद्र की स्थापना, मृत पशुओं का सही निस्तारण, गीले कचरे से कम्पोस्ट बनाना तथा प्लास्टिक जैसे पदार्थों को रिसाइकिलिग में लेकर शेष करीब 30 प्रतिशत कचरे को लैंड फिल में डाला जाएगा। सभी कार्य एनजीटी के नियमों के अनुरूप किए जाएंगे। टैंडर होने के बाद यह सभी कार्य करीब छह महीने में पूरे किए जाएंगे। 4 जेसीबी, 10 ट्रैक्टर लोडर और करीब 20 ट्रैक्टर-ट्राली रेंट पर लिए जाएंगे। फैसीलिटी विकसित होने के बाद कुछ डम्पर भी खरीदे जाएंगे। घर-घर से कूड़े की कलेक्शन के लिए 40 टिप्पर वाहन भी खरीदे जाएंगे।
उपायुक्त ने बताया कि सीएंडडी वेस्ट के निस्तारण के लिए शेखपुरा स्थित सोलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट की जमीन पर एक सेंटर बनाया जाएगा। सीएंडडी वेस्ट को लोग खुले में फेंक देते हैं। शहर से निकलने वाले डैमोलिशन वेस्ट को कंट्रोल्ड मैकेनिजम से क्रश करके पाउडर बनाया जाएगा। जिसमें वायु और मिट्टी प्रदूषण नहीं होगा। कर्ण लेक को बनाया जाएगा टूरिस्ट हब
बैठक में कर्ण लेक को टूरिस्ट हब बनाने के कांसेप्ट प्लान के तहत पीएमसी की टीम की ओर से जो ड्राइंग बनाई गई है, उस पर चर्चा की गई। उपायुक्त ने बताया कि कर्ण लेक के विजन में यह जगह नेशनल हाइवे से सटी है और इसके पास पर्यटन विभाग का रिसोर्ट भी है। टूरिस्ट हब की क्या विशेषताएं होंगी, इस बारे उन्होंने बताया कि झील के चारों ओर आराम दायक पैदल पथ बनाया जाएगा। स्थल की लैंड स्केपिग कर यहां ओपन जिम, साइकलिग ट्रैक, बोटिग, म्यूजिकल फाउंटेन, थीम पार्क, जोगिग ट्रैक, छोटे-छोटे आयोजन या फेस्टिवल के स्थलों का विकास, बच्चों का पार्क जैसे कार्य किए जाएंगे। करनाल शहर से इसकी कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए बलड़ी बाइपास पर स्थित श्रीमद्भागवद गीता द्वार से कर्ण लेक टर्निग प्वाइंट तक सड़क का सुंदरीकरण किया जाएगा। सड़क पर लाइट व साइनेज लगाए जाएंगे। कर्ण लेक को जाने वाले रास्ते पर एक भव्य द्वार बनाया जाएगा। इसके लिए बलड़ी बाईपास तक बनाई गई वॉकिग स्ट्रीट को कर्ण लेक तक ले जाने की संभावनाओं पर चर्चा की गई।
पश्चिमी यमुना नहर के किनारे बनेंगे पिकनिक स्पॉट
पश्चिमी यमुना नहर के किनारे को पिकनिक स्पॉट के रूप में विकसित किया जाएगा। इस पर पीएमसी के एक्सपर्ट द्वारा प्रेजेंटेशन दी गई। जिसमें बताया गया कि करीब एक किलोमीटर लंबे स्थल पर वाई-फाई, जोगिग स्टेशन, लेजर पार्क, योगा डेस्क, वॉकिग स्ट्रीट, पार्क, बोटिग फेसिलिटी, बच्चों के लिए मनोरंजन जोन, खाने-पीने के लिए वेंडर जोन, फैंसिग व लाइट तथा महाभारत की थीम पर मूर्तिकला पर काम किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस प्रोजेक्ट में साबरमती रिवर फ्रंट से भी आईडिया लिए जाएंगे और कहा कि यह मुख्यमंत्री की ओर से बताए गए प्राथमिक प्रोजेक्ट में से एक है। शहर की सड़कों का होगा सुंदरीकरण
उपायुक्त ने शहर की कुछ सड़कों के सुंदरीकरण करने पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट में ऐसी सड़कें ली जाएंगी, जिन पर सिविल वर्क के काम होंगे। मकसद यह होगा कि हर व्यक्ति यह महसूस करे कि उसे स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट से लाभ मिल रहा है और उनका सफर सुकून भरा है। उन्होंने बताया कि स्मार्ट सिटी में ऐसे प्रोजेक्ट लिए जा रहे हैं, जिसे शहर के समस्त नागरिकों को फायदा हो। इस दौरान डीएमसी धीरज कुमार, टेक्निकल एडवाइजर एसपी ठकराल, स्पोर्ट इंजीनियर मोहन शर्मा, मुख्य सफाई निरीक्षण महावरी सोढी व सुरेंद चोपड़ा उपस्थित थे।