वीर मंगल पांडे थे महान क्रांतिकारी : गीता के मूर्ति
जागरण संवाददाता, करनाल : मंगल पांडे विचार मंच के तत्वाधान में वीर मंगल पांडे का शहीदी दि
जागरण संवाददाता, करनाल :
मंगल पांडे विचार मंच के तत्वाधान में वीर मंगल पांडे का शहीदी दिवस 26 मार्च रविवार को सीनियर सेकेंडरी गांव काछवा में मनाया गया। पं. एमना गौड़, पं. जगदीश प्रसाद ने पूजा-अर्चना यज्ञ करवाया। संस्था के सदस्य और गणमान्य लोगों ने अमर शहीद को पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। सीनियर सेकेंडरी स्कूल के बच्चों ने सरस्वती वंदना की और बेटी बचाओ अभियान पर अपने विचार रखे। मंच संचालन आरके द्विवेदी ने किया। हैदराबाद से आई काउंसलर गीता के मूर्ति ने किया। उन्होंने कहा वीर मंगल पांडे एक महान क्रांतिकारी थे। वह सरकार से वीर मंगल पांडे की मूर्ति स्थापित करने के लिए जगह की मांग करेंगी। जगह मिलने पर हम वहां पर मंगल पांडे की मूर्ति स्थापित करेंगे। उन्होंने कहा कि हैदराबाद में ब्राह्मण कारपोरेशन बन चुकी है और वे बेटी बचाओ अभियान से जुड़ी हुई हैं।
सुनील शास्त्री ने कविता के माध्यम से वीर मंगल पांडे को नमन किया। संस्था के अध्यक्ष पं. हरपाल गौड़ ने कहा कि मंगल पांडे का जन्म 19 जुलाई 1827 को फैजाबाद जिला उत्तर प्रदेश में सुरहर ग्राम में हुआ था। उनके पिता का नाम दिवाकर तथा माता का नाम अभय रानी था। 1857 में ब्रिटिश शासन के विरुद्ध भारत का प्रथम स्वाधीनता संग्राम लड़ा गया। इस संग्राम में प्रथम शहीद मंगल पांडे थे। प्रधान ने कहा कि हम मंगल पांडे की मूर्ति स्थापना के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मांग करेंगे। उन्होंने कहा कि विभिन्न प्रांतों में हम मंगल पांडे की शाखाओं को स्थापित करेंगे।
एसके शर्मा ने कहा मंगल पांडे वीर सिपाही थे। उन्होंने बंगाल में दमदम छावनी, कलकत्ता से विद्रोह शुरू किया था जिसका नतीजा हमारे सामने आजादी है। रविदत कौशिक ने कहा कि फौज में 75 प्रतिशत ब्राह्मण सिपाही थे और 25 प्रतिशत अन्य वर्ग से थे। बाद में ब्राह्मण रेजीमेंट को तोड़ दिया था। हमारी सरकार से मांग है कि ब्राह्मण रेजीमेंट को दोबारा बनाया जाए। महाराज प्रीतम गिरी ने आए हुए सभी गणमान्य लोगों को आर्शीवचन देकर आर्शीवाद दिया। इस अवसर पर प्रधान हरपाल गौड, सलाहाकार सुभाष गुरेजा, धर्म ¨सह कौशिक, आत्मा राम कौशिक, रामेश्वर दयाल, एस.के. गौड, दिनेश शर्मा, राजेश कौशिक, पवन भार्गव, रविदत कौशिक व चमेल ¨सह मौजूद रहे।