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कमजोर ओवरब्रिजों से परेशानी डीसी ने पूछा जिम्मेदार कौन

जागरण संवाददाता, करनाल नेशनल हाईवे के खराब हालात पर रोड सेफ्टी कमेटी के सदस्यों ने डीसी से कहा कि मौसम परिवर्तन के कारण सड़कें खराब होना तो ठीक है, लेकिन पुल कैसे ढहने लग गए?

By JagranEdited By: Published: Tue, 11 Sep 2018 02:31 AM (IST)Updated: Tue, 11 Sep 2018 02:31 AM (IST)
कमजोर ओवरब्रिजों से परेशानी डीसी ने पूछा जिम्मेदार कौन
कमजोर ओवरब्रिजों से परेशानी डीसी ने पूछा जिम्मेदार कौन

जागरण संवाददाता, करनाल

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नेशनल हाईवे के खराब हालात पर रोड सेफ्टी कमेटी के सदस्यों ने डीसी से कहा कि मौसम परिवर्तन के कारण सड़कें खराब होना तो ठीक है, लेकिन पुल कैसे ढहने लग गए? किस लापरवाही से नेशनल हाईवे अथॉरिटी ने फ्लाईओवर बनाए हैं। क्यों न इनकी विजिलेंस जांच कराई जाए। क्या ये लोग किसी बड़े हादसे के इंतजार में हैं।

हाईवे अथॉरिटी के स्थानीय अधिकारियों की लापरवाह कार्यप्रणाली से बेबस डीसी ने निर्णय लिया कि मामले को लेकर एनएचएआइ के उत्तर क्षेत्रीय अधिकारी को पत्र लिखकर जांच कराएंगे। इसमें यह भी पूछा जाएगा कि इसके लिए जिम्मेदार कौन है।

डीसी डा. आदित्य दहिया की अध्यक्षता में हुई बैठक में कुल 33 ¨बदुओं पर चर्चा हुई। इनमें पिछली बैठकों के लंबित 19 ¨बदुओं में से 15 का समाधान हुआ। चार अपेक्षित शिकायतों पर काम की रिपोर्ट शीघ्र देने के निर्देश दिए गए। फोटो---36 नंबर है।

ढहते पुलों का दैनिक जागरण ने उठाया था मुद्दा

एनएच-44 पर घरौंड़ा, मधुबन, तरावड़ी व नीलोखेड़ी के पास फ्लाईओवर की साइडों से मिट्टी का कटाव हो रहा है। ढहते पुलों में कई जगह तो एक फीट से ज्यादा का अंतर है। इससे बड़ा हादसा हो सकता है। अगस्त में दैनिक जागरण ने भी हाईवे के ढहते पुलों पर रिपोर्ट पेश की। इसके बाद 8 अगस्त को इसी बैठक में डीसी इनकी मरम्मत के आदेश दिए गए। लेकिन एक माह में यहां कोई काम नहीं हुआ तो एनएचएआइ की लापरवाही पर डीसी पर उन्होंने उच्चाधिकारियों से जांच कराने की ठानी। पहले कमेटी बनती तो पलटने से बस जाती स्कूल बस

बैठक में शहर की खराब सड़कों पर करीब एक दर्जन प्वाइंट्स पर चर्चा की। इस पर डीसी ने कमेटी के गठन का भी निर्णय लिया, जिसमें प्रत्येक डिपार्टमेंट की इंजीनिय¨रग ¨वग के कम से कम एसडीओ रैंक के अधिकारी शामिल होंगे। जो अपने-अपने क्षेत्र की सड़कों को रिपेयर कराएगी। इसमें पीडब्ल्यूडी बीएंडआर, एचएसवीपी, एचएसएएमबी, नगर निगम व सभी नगर पालिका की इंजीनिय¨रग ¨वग के अधिकारियों को शामिल किया जाएगा। अगर ऐसा पहले होता तो काछवा रोड पर 15 बच्चों से भरी बस पलटने से बच जाती। शहर को जाम मुक्त करने का सात दिनी ट्रायल आज से

शहर को जाम मुक्त करने के बनाए गए वन-वे ड्राफ्ट प्लान के नॉट फिजिबल होने के बाद प्रशासन नई व्यवस्था करने का विचार कर रहा है। इसके लिए ट्रायल के रूप में शहर के पुरानी सब्जी मंडी, कमेटी चौक व महात्मा गांधी चौक पर लगे बैरीकेड्स को हटाया जाएगा। सात दिन के लिए होने वाला ट्रायल आज से शुरू होगा। रोड सेफ्टी एसोसिएट समेत तीन सदस्यों की कमेटी इसका आंकलन करेगी। पुरानी सब्जी मंडी की जगह पार्किंग के लिए फाइनल

शहर की पुरानी सब्जी मंडी की जगह पर पेड पार्किंग बनेगी। इसके लिए नगर निगम की ओर से टेंडर लगा दिए हैं। बैठक में निगम अधिकारियों ने बताया कि इसी सप्ताह टेंडर खुलने के बाद पार्किंग के लिए काम शुरू हो जाएगा। ट्रैफिक पुलिस को टोवे क्रेन भी उपलब्ध कराई जाएगी।

फोटो---35 नंबर है।

जागरण प्रभाव

जगेंगी ट्रैफिक लाइटें : कमेटी निरीक्षण कर जांचेगी व्यवस्था

शहर के चौकों पर लगी ट्रैफिक लाइटों के बंद रहने का मुद्दा भी रोड सेफ्टी की मी¨टग में गूंजा। बैठक में निगम और पुलिस अधिकारियों ने एक दूसरे पर आरोप लगाकर बचने की कोशिश की। इस पर डीसी ने रोड सेफ्टी एसोसिएट के नेतृत्व में एक कमेटी का गठन किया। जो रात को 8 से 11 बजे तक शहर की ट्रैफिक लाइटों की व्यवस्था जांचेगी। डीसी ने अधिकारियों को सभी लाइटें जगाने के निर्देश दिए। बतादें कि दैनिक जागरण की टीम ने जब अगस्त माह में शहर की ट्रैफिक लाइटों के हालात को जाना तो पता चला कि नेशनल हाईवे समेत शहर के 11 चौकों में से 8 चौकों की लाइटें स्थायी रूप से बंद रहती है और यही हादसों का बड़ा कारण है। लाइटों का स्विच किसके पास : यह पता ही नहीं

बैठक में डीसी ने बंद ट्रैफिक लाइटों के मुद्दे को लेकर नगर निगम और ट्रैफिक पुलिस जब ये पूछा कि लाइटों का स्विच किसके पास है? तो नगर निगम के अधिकारियों ने पुलिस के पास होने की बात कही। पुलिस ने भी मना करते हुए पल्ला झाड़ लिया। डीसी बोले कि जब किसी को यह ही नहीं पता कि लाइटों का स्विच किसके पास है तो लाइटें कैसे जगेंगी? जनहित में दैनिक जागरण

दैनिक जागरण चाहता है कि सड़क पर चलने वाला हर आदमी सुरक्षित रहे। इसलिए जागरण टीम लगातार काम कर रही है। गत सात माह से रोड सेफ्टी की मी¨टग में भी दैनिक जागरण के उठाए मुद्दे ही उठाए जा रहे हैं। इस बार भी हाईवे के ढहते पुल और बंद ट्रैफिक लाइटों को दुरुस्त करने के लिए डीसी ने अधिकारियों को निर्देश दिए।


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