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आज से प्रवाहित होगी आस्था, श्रद्धा और भक्ति की त्रिवेणी

शारदीय नवरात्र की शुरुआत के साथ ही जिले भर में आस्था श्रद्धा और भक्ति रूपी त्रिवेणी की अविरल धारा प्रवाहित होगी। इसे देखते हुए भक्तों में अलग उत्साह झलक रहा है। बीते वर्ष कोरोना काल में बनी संवेदनशील स्थिति के बाद अब जाकर परिवर्तित हालात में भक्तों को देवी की आराधना का अवसर मिल रहा है। ऐसे में सभी प्रमुख मंदिरों में भी विशेष साज-सज्जा की गई है तो धार्मिक गतिविधियों की भी निरंतरता रहेगी।

By JagranEdited By: Published: Wed, 06 Oct 2021 09:30 PM (IST)Updated: Wed, 06 Oct 2021 09:30 PM (IST)
आज से प्रवाहित होगी आस्था, श्रद्धा और भक्ति की त्रिवेणी
आज से प्रवाहित होगी आस्था, श्रद्धा और भक्ति की त्रिवेणी

जागरण संवाददाता, करनाल: शारदीय नवरात्र की शुरुआत के साथ ही जिले भर में आस्था, श्रद्धा और भक्ति रूपी त्रिवेणी की अविरल धारा प्रवाहित होगी। इसे देखते हुए भक्तों में अलग उत्साह झलक रहा है। बीते वर्ष कोरोना काल में बनी संवेदनशील स्थिति के बाद अब जाकर परिवर्तित हालात में भक्तों को देवी की आराधना का अवसर मिल रहा है। ऐसे में सभी प्रमुख मंदिरों में भी विशेष साज-सज्जा की गई है तो धार्मिक गतिविधियों की भी निरंतरता रहेगी।

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वीरवार से शारदीय नवरात्र की शुरुआत हो रही है। इसे देखते हुए शहर के देवी मंदिर सहित सभी प्रमुख मंदिरों में नवरात्र की पूरी अवधि में देवी के अलग अलग स्वरूप की पूजा-अर्चना की जाएगी। कुंजपुरा रोड स्थित श्री सनातन धर्म मंदिर, दुर्गा भवानी मंदिर, कर्णेश्वर मंदिर, कृष्णा मंदिर, शिव मंदिर सेक्टर-6, संतोषी माता मंदिर माडल टाउन में श्रद्धालुओं की काफी भीड़ जुटती है। जबकि अर्जुन गेट स्थित श्री सेवा समिति आश्रम में मां झंडेवाली का दरबार सजेगा। यहां प्रतिदिन माता की चौकियां का आयोजन किया जाएगा, जिसमें भक्त मां की महिमा का गुणगान करेंगे। नवरात्र में मां झंडेवाली सेवा समिति द्वारा 2010 से हर वर्ष दो बार चौकियों का आयोजन किया जाता रहा है लेकिन गत अप्रैल में चैत्र नवरात्र के दौरान कोरोना के ²ष्टिगत आयोजन का स्वरूप काफी सीमित रखा गया। अब सात अक्टूबर से 13 अक्टूबर तक प्रतिदिन शाम को अलग अलग कलाकार मां की आराधना करेंगे। मां की ज्योति प्रचंड करके चौकियों का आयोजन किया जाएगा। मंदिरों में विशेष सजावट

नवरात्र को लेकर धार्मिक संस्थाओं की ओर से व्यापक तैयारियां की गई हैं। शहर के लगभग सभी मंदिरों को बेहद सुंदर और भव्य तरीके से सजाया गया है। मंदिरों पर लगाई गई लड़ियों से पूरी रात मंदिर लाइटों से जगमग करते दिखाई देंगे। सुबह से मंदिरों में मां की आरती का दौर शुरू होगा। इस दौरान काफी भक्त जुटेंगे, जिसके चलते मंदिरों में विशेष प्रबंध किए गए हैं। कमेटी चौक के समीप स्थित देवी मंदिर को सुंदर ढंग से सजाया गया है। नवरात्र पर इस मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है। जबकि नवरात्र के आखिरी दिन पूजन के लिए श्रद्धालुओं की लंबी कतार लग जाती है। मंदिर में पूजा के लिए भक्त कई घंटे तक इंतजार करते हैं। बाजार में खरीदारों की भीड़

नवरात्र के ²ष्टिगत बाजार में अच्छी भीड़ नजर आ रही है। इसे लेकर दुकानदारों में भी उत्साह झलक रहा है। खासकर, देवी की चुन्नियां, मूर्तियां, नारियल और पूजा अर्चना में प्रयुक्त होने वाली अन्य प्रकार की धार्मिक सामग्री की अच्छी मांग है। कुंजपुरा रोड स्थित हरीश पूजा स्टोर के हरीश भूटानी और यतिन ने बताया कि कोरोना पर नियंत्रण के कारण अब लोग खरीददारी में रुचि ले रहे हैं। इस बार त्योहारी सीजन में अच्छे कारोबार की उम्मीद है। फलों और सूखे मेवों की मांग

नवरात्र में व्रतधारियों को फलों व अन्य शुद्ध खाद्य पदार्थो की आवश्यकता होती है लेकिन इस बार इनमें मंहगाई देखी जा रही है। खासकर, सेब, नाशपाती, मौसमी व अन्य फलों के रेट में दो रुपये से दस रुपये तक का इजाफा हुआ है। इसी तरह चौलाई, सामक के चावल व सूखे मेवे पर भी मंहगाई का असर है। वहीं इस बार ज्यादातर श्रद्धालु नवरात्र में कुटू का आटा नहीं खरीद रहे। इसका कारण यह भी है कि पिछले कुछ वर्ष से कुटू के मिलावटी आटे की शिकायतें सामने आ रही हैं, जिन्हें खाने से श्रद्धालु बीमार होते रहे हैं। ऐसे में लोग सतर्कता बरत रहे हैं। इस बार आठ दिन की अवधि

देवी मंदिर के आचार्य मणिप्रसाद गौतम ने बताया कि नवरात्र में मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है। मान्यता है कि ऐसा करने से भक्तों को विशेष फल की प्राप्ति होती है। इस साल शारदीय नवरात्र आठ दिन की कुल अवधि आठ दिन की है। तृतीया और चतुर्थी तिथि एक साथ पडऩे के कारण सात अक्टूबर से शुरू हो रहे नवरात्र 14 अक्टूबर को संपन्न होंगे। 15 अक्टूबर को विजयादशमी का त्योहार मनाया जाएगा।


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