पीएमओ का ट्रांसफर, महज डेढ़ माह में नागरिक अस्पताल में कर गए 20 बड़े बदलाव
नागरिक अस्पताल के प्रधान चिकित्सा अधिकारी डॉ. विरेंद्र यादव का ट्रांसफर चरखी दादरी सिविल सर्जन के तौर पर कर दिया गया है। यहां पर वह महज डेढ़ माह ही रहे। लेकिन यह छोटा सा कार्यकाल सुर्खियों में रहा।
जागरण संवाददाता, करनाल : नागरिक अस्पताल के प्रधान चिकित्सा अधिकारी डॉ. विरेंद्र यादव का ट्रांसफर चरखी दादरी सिविल सर्जन के तौर पर कर दिया गया है। यहां पर वह महज डेढ़ माह ही रहे। लेकिन यह छोटा सा कार्यकाल सुर्खियों में रहा। महज 45 दिनों में पीएमओ ने 20 बड़े बदलाव किए, जो चर्चा का विषय भी है। एनक्वास एक्सपर्ट माने जाने वाले डॉ. यादव ने एनक्वास के पैरामीटर पर ही अस्पताल को रनिग मोड पर ला दिया। मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने हालांकि यह कहा कि ट्रांसफर जॉब का पार्ट है। अस्पताल में जो काम प्राथमिकता से होने चाहिए थे उनको किया है। चरखी दादरी में भी इसी मोड़ पर काम करेंगे।
डेढ़ माह में अस्पताल में 20 बड़े बदलाव जो जनहित में हुए
- वीडियो कान्फ्रेंसिग रूम बनाया गया, जिससे डॉक्टर्स को कोर्ट नहीं जाना पड़ेगा।
- एसएनसीयू में एक्सरे की सुविधा शुरू की
- ब्लड बैंक के लाइसेंस मंजूर को मंजूरी मिली
- एनसीडी क्लीनिक को व्यवस्थित किया गया
- ट्रामा सेंटर की स्थिति में सुधार
- जन्म-मृत्यु प्रमाण-पत्र को ट्रामा से अलग किया
- ट्रामा सेंटर से आयुष्मान भारत सेंटर को शिफ्ट किया गया
- लैब कलेक्शन सेंटर को प्रथम तल से ग्राउंड फ्लोर पर लाया गया
- डी एडिक्शन सेंटर की शुरूआत की गई
- कैदियों के लिए अलग से वार्ड की व्यवस्था की गई
- अंधेरे में डूब जाने वाले अस्पताल में 20 जगह लाइटिग सिस्टम लगवाया गया
- सबसे महत्वपूर्ण कार्य अल्ट्रासाउंड मशीन को मंगवाया गया, दूसरी का भी आर्डर कर दिया गया
- सालों से लंबित बाउंड्री वॉल का काम शुरू कर दिया गया
- पार्किंग व्यवस्था में बदलाव किया गया, टू व्हीलर व फोर व्हीलर को अलग-अलग किया गया
- ई- उपचार नागरिक अस्पताल में शुरू करा दिया गया है
- पीएमओ कार्यालय का रास्ता ट्रामा सेंटर से अलग कर दिया गया
- बायोमेडिकल वेस्ट टैग लगकर जाना शुरू हुए हैं, इससे पहचान हो जाती है कि किसका वेस्ट है
- अस्पताल में हर्बल पार्क बनाया गया है
- नागरिक अस्पताल में कोई भी मेडिकल रिप्रेजेंटिटिव डॉक्टर के पास दिखाई नहीं देगा