ट्रेड यूनियन ने जलाई कोडों की प्रतियां
ट्रेड यूनियन के आवाहन पर मजदूरों के खिलाफत में सरकार ने पास किए चार कोड के विरोध में चारों कोडों की प्रतियां जलाई गई। सीटू जिला अध्यक्ष सुरेश कुमार और कोषाध्यक्ष मनोज सोनी ने कहा कि भाजपा सरकार ने कोरोना का बहाना बनाकर तानाशाही रूख अपनाते हुए श्रम कानूनों को खत्म कर मजदूर कर्मचारी विरोधी चार कोड में बदल दिए हैं।
जागरण संवाददाता, हिसार : ट्रेड यूनियन के आवाहन पर मजदूरों के खिलाफत में सरकार ने पास किए चार कोड के विरोध में चारों कोडों की प्रतियां जलाई गई। सीटू जिला अध्यक्ष सुरेश कुमार और कोषाध्यक्ष मनोज सोनी ने कहा कि भाजपा सरकार ने कोरोना का बहाना बनाकर तानाशाही रूख अपनाते हुए श्रम कानूनों को खत्म कर मजदूर कर्मचारी विरोधी चार कोड में बदल दिए हैं। इसी दौरान तीन कृषि कानून बनाकर मजदूर-किसान को कोरपोरेट घरानों के गुलाम बनाने की साजिश रची जा रही है। चार कोड बनाकर भाजपा सरकार जहां एक तरफ स्थाई रोजगार की जगह पर फिक्स ट्रम रोजगार लागू कर रही हैं। वही दूसरी ओर काम के घंटे 8 से बढ़ाकर 12 लागू करना चाहती है। न्यूनतम वेतन, हड़ताल जैसे मौलिक अधिकारों पर हमले किए जा रहे है। ये चारों लेबर कोड्स (श्रम संहिता) मजदूर-मालिक संबंध के संतुलन को निर्णायक रूप से मालिक के पक्ष में स्थानांतरित कर देगा। उन्होंने कहा कि नई संहिता में ऐसे कई प्रावधान हैं जो श्रमिकों के विभिन्न वर्गो के कई छोटे अधिकारों को खत्म कर देगा। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने शोषणकारी मालिकों से श्रमिकों के लिए उपलब्ध सभी सुरक्षा नियमों को हटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। ये नई संहिता वे पिछली शताब्दी में मजदूर संघर्षो के माध्यम से श्रमिकों द्वारा पाए गए सभी लाभों को प्रभावी ढंग से नष्ट कर देंगे। जिसके खिलाफ ट्रेड यूनियने आगामी समय में लम्बे संघर्ष के लिए योजना बनाएंगे। आज के कार्यक्रम में वीरेंद्र दुर्जनपुर, अमन सोनी, प्रेम सातरोड, कृष्णा, सुबे सिंह भी उपस्थित थे।