करनाल में एक माह में दूसरी बार चेसीस यार्ड से लाखों की बैटरियां चोरी
हाईवे पर झिलमिल ढाबे के पास स्थित ट्रक की चेसीज के यार्ड का चोरों की नजरों में चढ़ा हुआ है। बुधवार की रात को चोरों ने यार्ड की नौ चेसीज में लगी बैटरियां निकाल ली। इनकी कीमत तीन लाख रुपये बताई जा रही है। इसी यार्ड में एक माह पहले भी करीब डेढ़ लाख रुपये की कीमत की बैटरियां चोरी हो चुकी हैं और एक चेसीज भी चोरी हो चुकी है। जिसकी कीमत 25 लाख रुपये बताई जा रही है। यह भी हैरानी की बात है कि यार्ड में गार्ड तैनात होने के बावजूद लगातार तीन बार चोरी हो चुकी है। लेकिन पुलिस के हाथ अभी तक खाली हैं।
जागरण संवाददाता, करनाल : हाईवे पर झिलमिल ढाबे के पास स्थित ट्रक की चेसीज के यार्ड का चोरों की नजरों में चढ़ा हुआ है। बुधवार की रात को चोरों ने यार्ड की नौ चेसीज में लगी बैटरियां निकाल ली। इनकी कीमत तीन लाख रुपये बताई जा रही है। इसी यार्ड में एक माह पहले भी करीब डेढ़ लाख रुपये की कीमत की बैटरियां चोरी हो चुकी हैं और एक चेसीज भी चोरी हो चुकी है। जिसकी कीमत 25 लाख रुपये बताई जा रही है। यह भी हैरानी की बात है कि यार्ड में गार्ड तैनात होने के बावजूद लगातार तीन बार चोरी हो चुकी है। लेकिन पुलिस के हाथ अभी तक खाली हैं।
वाहन में लोड कर ले गए 18 बैटरियां
यार्ड से बैटरियां चोरी कर उन्हें ले जाने के लिए चोर अपने वाहन में सवार होकर आए थे। उन्होंने एक के बाद एक करके चेसीज में लगी बैटरियां उतारनी शुरू कर दी। 18 बैटरी चोरी होने की यह पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। रात को 4 से 5 बदमाश इस यार्ड में घुसते हुए दिखाई दे रहे हैं। देखने में ऐसा लग रह था कि यार्ड में घुसने से पहले बदमाशों ने पहले बकायदा रेकी की। क्योंकि वह बिना किसी डर के अंदर कार में सवार होते है। यार्ड में दर्जनों नए वाहन खड़े थे। प्रत्येक वाहन में दो बैटरियां लगी थी। कार में अधिक बैटरी रखने की जगह नहीं होने की वजह से वह 18 बैटरी उतारकर ले गए। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और सीसीटीवी की फुटेज की मदद से जांच में जुट गई है।
ऐसे ही चोरी होती रही तो छोड़ देंगे सीएम सिटी सिटी : कृष्ण
यार्ड के मालिक कृष्ण कुमार का कहना है कि यदि चोरी की वारदातें इसी तरह चलती रही तो उन्हें सीएम सिटी छोड़नी पड़ेगी। बदमाश गन प्वाइंट पर चोरी की वारदातों को अंजाम दे जाते हैं। पहले भी इस यार्ड में चोरी की वारदात हो चुकी हैं लेकिन पुलिस आज तक किसी को भी नहीं पकड़ पाई।
बैटरी चोरी करने के बाद उन्हें बेचना बेहद आसान
यार्ड से चोर दो बार बैटरी चोरी करने की वारदात को अंजाम दे चुके है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर वह चेसीस या सामान क्यों चोरी नहीं करते। क्योंकि बैटरी चोरी करने के बाद उन्हें बेचना बेहद आसान है। उनके ऊपर ऐसा कोई नंबर नहीं होता, जिससे यह पता चल सके कि यह बैटरी किस दुकान से आई है और या फिर इसे कहां से लाया गया है। यह भी जरूरी नहीं कि बैटरी चोरी करने के बाद उसे बेचने के लिए चोर सोचे। चोर उसे अपने किसी भी ठिकाने पर रख सकते हैं। क्योंकि यदि बैटरी पुरानी भी हो जाती है तो भी उसे बेचा जा सकता है।