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संशोधित : दोपहर बाद अचानक बदला मौसम, आंधी से गिरे पेड़ व बिजली के पोल

क्षेत्र में मंगलवार को दोपहर बाद मौसम में परिवर्तन देखने को मिला। करीब 25 से 30 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चली आंधी से जिले में कई जगह पेड़ व बिजली के पोल गिर गए। लघु सचिवालय की पार्किंग में खड़ी स्विफ्ट डिजायर कार पर पेड़ गिरने से काफी नुकसान हो गया। गनीमत रही कि उस समय कार में कोई नहीं था। वहीं तरावड़ी नीलोखेड़ी व इंद्री क्षेत्र में तेज आंधी से शेड टूटे तो बिजली के पोल गिरने से बत्ती गुल हो गई। तेज हवा चलने का सिलसिला लगातार डेढ़ घंटे तक जारी रहा उसके बाद हवा मंद हो गई। दिन में अधिकतम तापमान 37.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया लेकिन आंधी के बाद यह गिरकर 30.0 डिग्री तक आ गया। न्यूनतम तापमान 27.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हवा के रुख से लोगों को गर्मी से राहत मिली ।

By JagranEdited By: Published: Wed, 16 Jun 2021 05:24 AM (IST)Updated: Wed, 16 Jun 2021 05:24 AM (IST)
संशोधित : दोपहर बाद अचानक बदला मौसम, आंधी से गिरे पेड़ व बिजली के पोल
संशोधित : दोपहर बाद अचानक बदला मौसम, आंधी से गिरे पेड़ व बिजली के पोल

जागरण संवाददाता, करनाल: क्षेत्र में मंगलवार को दोपहर बाद मौसम में परिवर्तन देखने को मिला। करीब 25 से 30 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चली आंधी से जिले में कई जगह पेड़ व बिजली के पोल गिर गए। लघु सचिवालय की पार्किंग में खड़ी स्विफ्ट डिजायर कार पर पेड़ गिरने से काफी नुकसान हो गया। गनीमत रही कि उस समय कार में कोई नहीं था। वहीं तरावड़ी, नीलोखेड़ी व इंद्री क्षेत्र में तेज आंधी से शेड टूटे तो बिजली के पोल गिरने से बत्ती गुल हो गई। तेज हवा चलने का सिलसिला लगातार डेढ़ घंटे तक जारी रहा, उसके बाद हवा मंद हो गई। दिन में अधिकतम तापमान 37.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया लेकिन आंधी के बाद यह गिरकर 30.0 डिग्री तक आ गया। न्यूनतम तापमान 27.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हवा के रुख से लोगों को गर्मी से राहत मिली । लेकिन उम्मीद के अनुसार बरसात नहीं हो पाई। केंद्रीय मृदा लवणता अनुसंधान संस्थान के मुताबिक आने वाले 24 घंटे में बूंदाबांदी का दौर जारी रह सकता है। मंगलवार को नमी की मात्रा 83 फीसदी दर्ज की गई जो शाम को घटकर 49 फीसदी रह गई।

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------------------------------ देशभर में बना है यह सिस्टम

कम दबाव का क्षेत्र उत्तर पश्चिमी झारखंड और उसके आसपास के इलाकों में बना हुआ है। इससे जुड़ा चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण-पश्चिम की ओर झुकते हुए मध्य क्षोभमंडल स्तर तक फैला हुआ है। एक निम्न-स्तरीय ट्रफ़ रेखा पश्चिमी राजस्थान से लेकर पूर्वी राजस्थान, उत्तर-पश्चिम मध्य प्रदेश, दक्षिण उत्तर प्रदेश, निम्न दबाव वाले क्षेत्र और गंगीय पश्चिम बंगाल से होते हुए बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पूर्व तक फैली हुई है। पश्चिमी हिमालय, पंजाब के कुछ हिस्सों, राजस्थान, हरियाणा के कुछ हिस्सों, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, दिल्ली के कुछ हिस्सों, ओडिशा में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।

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किसानों ने धान रोपाई के काम में बढ़ाई तेजी

मानसून के समय से पहले दस्तक से किसानों के चेहरे खिले हुए हैं। प्रदेश में 15 जून से धान की रोपाई करने का आदेश है, इसलिए किसान पिछले दो दिन से खेतों को तैयार करने में जुटे हुए थे। 15 जून से किसानों ने धान रोपाई का काम शुरू कर दिया है। असंध, निसिग व इंद्री क्षेत्र में मंगलवार को काफी क्षेत्र में धान रोपाई की गई है। कृषि एवं कल्याण विभाग के डिप्टी डायरेक्टर डा. आदित्य प्रताप डबास ने कहा कि जिले में एक लाख 65 हजार हैक्टेयर में धान की रोपाई का लक्ष्य रखा गया है।


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