शहरी क्षेत्र में डिजिटल वेट मशीनों की कमियों को किया जा रहा दूर
शहर की दुकानों में इस्तेमाल होने वाली डिजिटल वेट मशीनों की कमि
संवाद सहयोगी, घरौंडा : शहर की दुकानों में इस्तेमाल होने वाली डिजिटल वेट मशीनों की कमियों को दुरुस्त करने का कार्य शुरू हो चुका है। खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की नापतोल इकाई ने कार्यालय परिसर में डिजिटल व मेनुअल वेट मशीनों की जांच की और उनकी कमियों को ठीक किया। अधिकारियों की माने तो वर्ष में एक बार वेट मशीनों की जांच की जाती है। अगर कोई दुकानदार अपनी वेट मशीन को चेक नहीं करवाता और बाद में चेकिग के दौरान पकड़ा जाता है तो उस पर जुर्माने का भी प्रावधान है।
वीरवार को फूड सप्लाई डिपार्टमेंट की नापतोल इकाई घरौंडा इंस्पेक्टर किरण बाला की अगुवाई में खाद्य एवं आपूर्ति कार्यालय पहुंची। अधिकारियों के मुताबिक, दुकानदारों को अपनी-अपनी वेट मशीन चेक करवाने के लिए विभाग द्वारा पहले ही सूचित किया जा चुका था और बारी-बारी से दुकानदार अपने कांटों को लेकर पहुंचते रहे। पहले दिन करीब 150 डिजिटल व मेनुअल वेट मशीनों की जांच की गई। किसी वेट मशीन में कोई भी दिक्कत पाई गई तो उसको दुरुस्त कर दिया गया। अधिकारियों की माने तो साल में एक बार दुकानदार को अपनी वेट मशीन चेक करवाकर विभाग से इसका सर्टिफिकेट लेना अनिवार्य है। नापतोल विभाग के सब इंस्पेक्टर मोनू ढिल्लो ने बताया कि अभी शहरी क्षेत्र में चेकिग का कार्य किया जा रहा है। घरौंडा में करीब साढ़े 500 दुकानदार है। प्रतिदिन करीब 150 दुकानदारों को बुलाया जा रहा है। दुकानदार अपनी मशीने लेकर पहुंच रहे है। अभी तीन-चार दिन घरौंडा कार्यालय में ही मशीनों की चेकिग की जाएगी। इसके बाद विभागीय अधिकारियों के निर्देश पर ग्रामीण क्षेत्रों में वेट मशीनों की जांच की जाएगी। इस मौके पर इंजीनियर सुमेश, महावीर, हिमांशु मौजूद रहे।