माइ¨नग कंपनी के दफ्तर में लूट के बाद गोहाना के रास्ते फरार हुए बदमाश, रास्ते से मिले कागज
सेक्टर सात में माइ¨नग कंपनी के दफ्तर में 25 लाख रुपये की लूट के बाद बदमाश गोहाना के रास्ते फरार हुए हैं। ऐसे में माना यह जा रहा है कि बदमाश रोहतक की ओर गए हैं।
जागरण संवाददाता करनाल : सेक्टर सात में माइ¨नग कंपनी के दफ्तर में 25 लाख रुपये की लूट के बाद बदमाश गोहाना के रास्ते फरार हुए हैं। ऐसे में माना यह जा रहा है कि बदमाश रोहतक की ओर गए हैं। वारदात के बाद यहीं एकमात्र सुराग अभी तक पुलिस के हाथ लगा है। जिसे आधार बना कर पुलिस आगे की जांच की में जुटी है।
वारदात के बाद बदमाश कंपनी के एक कर्मचारी का बैग भी यह सोचकर उठा कर ले गए थे कि इसमें भी कैश होगा लेकिन उसमें कागज रखे थे। गोहाना की ओर जाते हुए बदमाशों ने जब बैग को देखा तो उसे बेकार समझ कर सड़क पर फेंक दिया। यहां किसी राहगीर ने इसे उठा लिया और इसमें रखे दस्तावेज पर कर्मचारी के घर का मोबाइल नंबर देख उस पर कॉल कर बैग की जानकारी दी। इस आधार पर पुलिस यह मानकर चल रही है कि बदमाश रोहतक या आसपास के क्षेत्र के रहे होंगे। पुलिस सूत्रों के मुताबिक बदमाश एक मोबाइल फोन प्रताप पब्लिक स्कूल के पास भी फेंक कर गए हैं।
हो सकता है, गुमराह करने के लिए की हो हरकत
हालांकि जांच टीम बदमाशों की इस हरकत को गुमराह करने से भी जोड़ रही है। इसके पीछे बदमाशों की यह भी सोच हो सकती है कि पुलिस को गुमराह करने के लिए यह कोशिश की हो। जिससे पुलिस यहीं मान कर चले कि बदमाश इस तरफ से भागे हैं।
सेफ जोन में वारदात, दहशत में हर कोई
सेक्टर सात में जहां वारदात हुई, वह शहर का सेफ जोन माना जाता है। यहां कई बैंकों की ब्रांच है। हर वक्त यहां आवाजाही रहती है। इसके बाद भी बदमाशों ने वारदात को अंजाम दिया। सेफ जोन में इतनी बड़ी वारदात होने से शहर में दहशत का माहौल बना हुआ है। इससे भी बड़ी बात यह है कि बदमाशों ने अपनी पहचान तक छुपाने की कोशिश नहीं की। उन्होंने मुंह भी नहीं ढक रखा था।
20 से लेकर 24 साल तक की उम्र के बदमाश
पीड़ितों ने बताया कि बदमाशों की उम्र 20 से 24 साल के बीच रही होगी। बेहद शातिर तरीके से उन्होंने वारदात की। उन्हें डराने के लिए मारपीट की। इस तरह से मारा कि हमें चोट कम लगे, लेकिन भय ज्यादा हो। वारदात के बारे में पुलिस को देरी से पता चले, इसे लेकर उन्होंने पूरी कोशिश की। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बदमाश पहलवान जैसे लग रहे थे।