अंगूठा लगवाकर राशन न देने वाले डिपो होल्डरों की सप्लाई सस्पेंड
गरीबों के निवाले में भ्रष्टाचार पर आखिरकार खाद्य आपूर्ति विभाग अब एक्शन मोड में आ गया है। राशन कार्ड धारकों के अंगूठे लगवाने के बाद भी आटा न देने के आरोप में सभी 60 डिपो होल्डरों की सप्लाई सस्पेंड कर दी है।
जागरण संवाददाता करनाल : गरीबों के निवाले में भ्रष्टाचार पर आखिरकार खाद्य आपूर्ति विभाग अब एक्शन मोड में आ गया है। राशन कार्ड धारकों के अंगूठे लगवाने के बाद भी आटा न देने के आरोप में सभी 60 डिपो होल्डरों की सप्लाई सस्पेंड कर दी है। डीएफएसएसी का अतिरक्त कार्यभार देख रहे अनिल कुमार ने बताया कि जिसका भी कसूर होगा उसके खिलाफ वाजिब कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि डिपो होल्डरों पर लगे सभी इंस्पेक्टर्स को भी कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। उन्हें दो दिन का वक्त दिया गया है। इसके बाद यदि उनके स्तर पर भी यदि गड़बड़ी नजर आती है, तो उनके खिलाफ भी उचित कार्रवाई की जाएगी। सरकार ने करनाल में गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले लोगों को फोर्टिफाइड आटा देने का पायलेट प्रोजेक्ट चलाया था। इसमें डिपो होल्डरों ने राशन कार्ड धारकों के साइन तो करा लिए, लेकिन आटा नहीं दिया। जागरण ने इस मामले को जोरशोर से उठाया था। इसके बाद ही तत्कालीन डीएफएससी को कुशल बुरा को सस्पेंड किया गया है। अब विभाग ने यह बड़ा कदम भी उठाया है।
डिपो होल्डरों पर मेहरबान थे कुछ अधिकारी
यह मामला फरवरी का है। मामले को दबाने की पूरी कोशिश हुई। लेकिन जागरण ने जब मामला उठाया तो न सिर्फ परत दर परत भ्रष्टाचार की परत खुली, बल्कि कार्रवाई भी हुई। लेकिन बाद में कुछ अधिकारी और एक स्पेशल अधिकारी डिपो होल्डरों के पक्ष में डटा था। यहीं वजह रही कि इनके खिलाफ कार्रवाई करने में इतना समय लगा। यदि समय रहते इस मामले में सही कार्रवाई होती तो पहले ही चरण में डिपो होल्डरों को टारगेट किया जाना चाहिए था। लेकिन उन्हें अंत तक बचाने की कोशिश होती रही।
राशन कार्ड धारक बोले धन्यवाद जागरण
इधर राशन कार्ड धारकों ने बताया कि जिस तरह से जागरण ने यह मामला उठाया, इसके बाद ही विभाग में फैले भ्रष्टाचार पर बड़ी कार्यवाही हुई। उन्होंने आरोप लगाया कि विभाग के कुछ अधिकारियों, इंस्पेक्टर और डिपो होल्डर्स ने डराने की बहुत कोशिश की। यहां तक चेतावनी दे दी कि यदि उन्होंने इस बाबत कोई बयान दिया तो राशन कार्ड रद्द कर दिया जाएगा। लेकिन जिस तरह से जागरण ने यह मामला उठाया तो इसके बाद उनका विश्वास बना रहा। इसी का परिणाम है कि अब इतनी बड़ी कार्रवाई हुई है।
सीएम बोले-भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं
इधर सीएम मनोहर लाल ने कहा कि किसी भी कीमत पर भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस मामले की जानकारी ली है। जांच के आदेश दिए गए हैं। जांच में जिसका भी दोष पाया गया, उसके खिलाफ सख्त कदम उठाया जाएगा। खाद्य आपूर्ति विभाग के एसीएस एसएन राय ने कहा कि अब आटा वितरण में और ज्यादा सावधानी रखी जाएगी। उन्होंने कहा कि यह भी देखा जा रहा है कि इतनी बड़ी गड़बड़ी आखिर हुई कैसे? इसकी भी रिपोर्ट तैयार कराई जा रही है।