स्वास्थ्य जांच प्रमाण पत्र के लिए अस्पताल की कतारों में छात्र
संवाद सहयोगी घरौंडा स्कूलों में स्वास्थ्य जांच प्रमाण-पत्र की अनिवार्यता के चलते सामुदायिक स्वास्
संवाद सहयोगी, घरौंडा : स्कूलों में स्वास्थ्य जांच प्रमाण-पत्र की अनिवार्यता के चलते सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में छात्र-छात्राओं की कतारें लगी हुई है। जहां मेडिकल ऑफिसर छात्रों की स्वास्थ्य की जांच कर उन्हें हेल्थ सर्टिफिकेट दे रहे है वहीं कुछ छात्र कोरोना टेस्ट करवाने में भी रूचि दिखा रहे हैं। मंगलवार को 128 लोगों के कोरोना टेस्ट सैंपल लिए गए। सभी सैंपलों की रिपोर्ट बुधवार को आएगी। चिकित्सा अधिकारियों के मुताबिक, अस्पताल में हेल्थ चेकअप के लिए आने वाले छात्रों के लिए मास्क अनिवार्य किया गया है।छठी से आठवीं तक की कक्षाएं शुरू होने के बाद स्कूलों में कम सरकारी अस्पताल की लाइनों में ज्यादा छात्र खड़े नजर आए। सोमवार को ही सरकारी और प्राइवेट स्कूलों के छात्र सीएचसी में हेल्थ चेकअप सर्टिफिकेट के लिए पहुंचें थे, डॉक्टरों ने लगभग 700 छात्रों के स्वास्थ्य की जांच की थी। वहीं मंगलवार को भी सैकड़ों की संख्या में छात्र अस्पताल पहुंचें। सैकड़ों छात्रों के स्वास्थ्य की जांच हुई, वहीं करीब 128 छात्रों और अन्य मरीजों के कोरोना सैंपल लिए गए। डॉक्टरों ने इन सैंपलों को करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में जांच के लिए भेजा है, इन सभी सैंपलों की रिपोर्ट बुधवार को आएगी। यदि इन सैंपलों में से कोई पॉजिटिव पाया जाता है तो वह छात्र स्कूल में नहीं जा सकेगा।
सीएचसी के एसएमओ डा. मुनेश गोयल ने बताया कि दो दिन से छात्रों के स्वास्थ्य की जांच की जा रही है। आज 128 छात्रों व अन्य संदिग्ध मरीजों के आरटीपीसीआर कोरोना सेंपल भी लिए गए है। रिपोर्ट बुधवार को आएगी। उन्होंने कहा कि भले ही कोरोना की वैक्सीन आ गई हो, लेकिन ईलाज से बेहतर बचाव है। इसलिए कोरोना से बचाव बहुत जरूरी है। कोई भी बिना मास्क के घर से बाहर न निकले और हाथ मिलाने से बचे। साथ ही हाथों को सैनिटाइज करते रहे और शारीरिक दूरी के नियमों का पालन जरूर करें, ताकि कोरोना से खुद भी बच सके और दूसरों को भी बचा सकें। स्कूलों में धीरे-धीरे बढ़ रही है छात्रों की संख्या
छात्रों का स्वास्थ्य जांच प्रमाण पत्र अनिवार्य होने की वजह से स्कूलों में भी छात्रों की संख्या धीरे-धीरे बढ़ रही है। राजकीय संस्कृति मॉडल सीनियर सैकेंडरी स्कूल के प्रिसिपल इंद्रजीत कालिया के मुताबिक, शिक्षा विभाग की गाइडलाइन्स में बच्चों के लिए हेल्थ सर्टिफिकेट अनिवार्य किया हुआ है। छात्र सरकारी अस्पताल से अपना हेल्थ चेकअप सर्टिफिकेट बना रहे है। सोमवार से छठी से आठवीं तक की कक्षाएं शुरू हो गई है। स्कूल में कुल 237 छात्र है। पहले दिन केवल 40 छात्र ही स्कूल पहुंच पाए थे, लेकिन मंगलवार को इनकी संख्या दोगुनी हो गई है। छात्रों की संख्या धीरे-धीरे बढ़ रही है।