बिजली उपभोक्ताओं को उठाना पड़ रहा नुकसान: शक्ति सिंह
जागरण संवाददाता करनाल सामाजिक कार्यकर्ता व अधिवक्ता चौधरी शक्ति सिंह ने आरोप लगाया है कि
जागरण संवाददाता, करनाल: सामाजिक कार्यकर्ता व अधिवक्ता चौधरी शक्ति सिंह ने आरोप लगाया है कि बिजली निगम उपभोक्ताओं को मोटी चपत लगा रहा है। हरियाणा विद्युत प्रसारण निगम (एचवीपीएन) और हरियाणा विद्युत नियामक आयोग (एचइआरसी) के परस्पर विरोधी परिपत्रों या टैरिफ के कारण राज्य के लाखों बिजली उपभोक्ताओं को भारी वित्तीय नुकसान उठाना पड़ रहा है।
इस बाबत जारी वक्तव्य में उन्होंने कहा कि एक तरफ तो उपभोक्ताओं को बिजली बचाने के लिए न्यूनतम खपत का उपयोग करने की सलाह दी जाती है, वहीं दूसरी ओर जब उपभोक्ता बिजली की खपत को कम करते हैं, तो बिजली निगम ऐसे उपभोक्ताओं से स्वीकृत लोड के आधार पर मासिक न्यूनतम शुल्क (एमएमसी) की दर से बिल की राशि वसूलता है, जो पूरी तरह गलत है।
शक्ति सिंह ने एक उदाहरण देकर समझाते हुए बताया कि सेक्टर-12 स्थित लॉयर्स चैंबर कांप्लेक्स में करीब साढे तीन सौ वकीलों ने व्यक्तिगत बिजली कनेक्शन लिए हुए हैं। लगभग सभी का स्वीकृत लोड एक-एक केवी का ही है। फरवरी महीने में जारी किए गए बिजली बिलों में मीटर रीडिग पिछले दो महीनों की दर्शाई गई है, जो अलग-अलग कनेक्शन की करीब दस से लेकर अधिकतम पचास यूनिट तक बनती है। लगभग हर बिल में स्वीकृत लोड के हिसाब से एमएमसी की दर से कवर करके हर बिल पर करीब ढाई सौ से लेकर साढे़ चार सौ रुपये तक अधिक चार्ज किए गए हैं। इनकी औसत प्रति बिल अगर तीन सौ रुपये भी लगाएं तो साढे़ तीन सौ मीटरों पर यह राशि एक लाख पांच हजार रुपये बनती है, जो बिजली निगम वकीलों से वास्तविक खपत से अधिक चार्ज कर रहा है। प्रदेश भर में ऐसे लाखों उपभोक्ताओं से इसी तरह बिल राशि चार्ज की जा रही है।