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कोरोना काल में सेवा भारती ने दिखाई रोजगार की राह

जागरण संवाददाता करनाल कोरोना काल की विषम परिस्थितियों के बीच जब लोगों को रोजगार की जरू

By JagranEdited By: Published: Sun, 24 Jan 2021 06:17 AM (IST)Updated: Sun, 24 Jan 2021 06:17 AM (IST)
कोरोना काल में सेवा भारती ने दिखाई रोजगार की राह
कोरोना काल में सेवा भारती ने दिखाई रोजगार की राह

जागरण संवाददाता, करनाल: कोरोना काल की विषम परिस्थितियों के बीच जब लोगों को रोजगार की जरूरत आन पड़ी तो सेवा भारती की पूरी टीम ने रात-दिन एक कर दिया। उन्होंने मलिन बस्तियों की उन महिलाओं पर फोकस किया, जिनके परिवारों में आर्थिक संकट लगातार मंडरा रहा था। पहले चरण में इन सभी परिवारों में पर्याप्त राशन सामग्री और अन्य जरूरी वस्तुएं पहुंचाई गईं तो हालात कुछ सामान्य होने पर इन सभी को संस्था के कार्यालय में स्वावलंबी बनाने के लिए विविध प्रकार का प्रशिक्षण दिया गया। आज ये महिलाएं आत्मनिर्भर बनकर आदर्श उदाहरण प्रस्तुत कर रही हैं। दीपावली पर उन्होंने निश्शुल्क प्रशिक्षण लेकर स्वदेशी लड़ियां तैयार कीं तो कोरोना काल में मास्क बनाए। इसी तरह सिलाई-कढ़ाई से लेकर मोबाइल फोन रिपेयरिग और कंप्यूटर प्रशिक्षण भी यहां कराया जा रहा है।

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करनाल में सेवा भारती का प्रांतीय कार्यालय है। यहां यूं तो हमेशा समाजहित से जुड़ी विविध गतिविधियां चलती रहती हैं लेकिन कोरोना काल में इन्हें और गति दी गई। संगठन के प्रांत संरक्षक ओमप्रकाश अत्रेजा के प्रेरक मार्गदर्शन में वंचित समाज के लोगों को विविध प्रकार के कार्यों का प्रशिक्षण दिया जाता है। इनमें काफी महिलाएं भी शामिल रहती हैं, जिन्हें आत्मनिर्भर बनाने पर पूरा फोकस रहता है। इसके लिए यहां कुशल प्रशिक्षकों की पूरी टीम को जिम्मेदारी सौंपी गई है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कुरुक्षेत्र विभाग संपर्क प्रमुख कपिल अत्रेजा बताते हैं कि कोरोना काल में सेवा भारती ने बहुस्तरीय योजना के आधार पर कार्य किया। इसके तहत सबसे पहले यह देखा गया कि समाज में वंचित वर्ग के लोगों को किस प्रकार की समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। लॉकडाउन में सब कुछ एकाएक ठप पड़ जाने से अनेक लोगों को रोजगार छिन गए तो कई परिवारों में दाने-दाने का संकट गहरा गया। ऐसे में संगठन ने दैनिक आधार पर इस प्रकार के क्षेत्रों में राशन सामग्री के पैकेट से लेकर पका भोजन पहुंचाना शुरू किया। दवाएं, कपड़े और अन्य आवश्यक वस्तुएं भी प्राथमिकता के आधार पर उपलब्ध कराई गईं ताकि किसी को समस्या न हो।

अत्रेजा बताते हैं कि इसी क्रम में कोराना संक्रमण से सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए इन्हीं वर्गों की महिलाओं को सिलाई-कढ़ाई का निशुल्क प्रशिक्षण देकर बड़े पैमाने पर मास्क बनवाए गए। संगठन से जुड़े परिवारों को यह काम सौंपा गया तो उन्होंने इसमें पूरी ताकत झोंक दी। कई परिवारों की रोजी-रोटी चलाने में इस प्रशिक्षण ने अहम भूमिका निभाई। इसी तरह, स्थिति कुछ सामान्य होने पर सेवा भारती में ही दीपावली के लिए वंचित वर्ग की महिलाओं से स्वदेशी लड़ियां बनवाई गईं। इससे भी उन्हें रोजगार हासिल हुई। इसी प्रकार मोबाइल रिपेयरिग और कंप्यूटर प्रशिक्षण की भी यहां नियमित व्यवस्था है, जिससे अनेक लोगों को रोजगार मिल चुका है। यह पूरी प्रक्रिया निशुल्क रहती है। सफल प्रशिक्षण लेने वालों को प्रमाणपत्र के अलावा बेहतर नौकरी तलाशने या स्वरोजगार शुरू करने में भी संगठन की ओर से भरपूर मदद की जाती है।

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देते हैं आत्मनिर्भरता का मंत्र

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संपर्क प्रमुख कपिल अत्रेजा कहते हैं कि सेवा भारती में प्रशिक्षण पाकर कई युवा रोजगार की राह पर बेहतर ढंग से कदम बढ़ा चुके हैं तो महिलाएं भी लगातार आगे आ रही हैं। प्रयास यही रहता है कि समाज में वंचित वर्ग के ऐसे लोगों को आत्मनिर्भरता का मूल मंत्र मिल जाए ताकि किसी भी प्रकार की विषम परिस्थिति में भी वे हीन भावना के शिकार न बनने पाएं।


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