सेक्टर पांच के गांव से बदतर हालात, सड़कों की हालत खस्ता, गंदगी से अटे प्लॉट
अव्यवस्थाओं के कारण स्थानीय लोगों को हो रही परेशानी, गुहार के बाद भी नहीं हुआ समाधान
जागरण संवाददाता, करनाल: सेक्टर-5 शहर का पॉश इलाका और हालात गांव से भी बदतर। न सड़कें ठीक न पार्क। मुख्य सड़कों को छोड़कर क्षेत्र की गलियों और पिछली रोड की हालात काफी खराब है। सड़कों के किनारे गंदगी और घास उगी है। वहीं खाली प्लॉटों में पशुओं की गंदगी पसरी है। जिन्हें देखकर ऐसा लगाता है मानों किसी पिछड़े हुए गांव में आ गए हों। स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बार शिकायत के बावजूद समस्या जस की तस बनी हुई है। उन्होंने प्रशासन से क्षेत्र की समस्याओं के समाधान की मांग की है।
आवारा पशुओं ने किया जीना मुहाल
क्षेत्र में आवारा पशुओं की भरमार है। बीच रास्ते बैठे गोवंश से लोगों को आने जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। स्थानीय निवासी शीला, राज पाहवा व राम भजन ने बताया कि आवारा कुत्ते गली में खेल रहे बच्चों को काटकर घायल कर चुके हैं। लोगों ने कहा कि सुविधाओं के नाम पर टैक्स तो वसूला जाता है लेकिन मिलने वाली सुविधाएं पर्याप्त नहीं हैं। इतिहास
रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन के पदाधिकारियों के अनुसार सेक्टर-5 करीब 27 वर्ष पहले अस्तित्व में आया। प्रधान विनोद गोयल ने बताया कि सेक्टर 1990 में कटा था। यहां 350 से अधिक मकान हैं। 2000 से अधिक की आबादी यहां रहती है। उन्होंने बताया कि शुरुआत में यहां केवल कुछ ही मकान बने थे, लेकिन अब यह सेक्टर काफी आबाद है। कई प्लॉट खाली हैं। यहां मकान बनने के बाद सेक्टर पूरी तरह से विकसित हो जाएगा। विशेषता
सेक्टर नेशनल हाईवे से बिलकुल नजदीक है। यहां से पैदल भी आसानी से सेक्टर में आया जा सकता है। दिल्ली और अंबाला की तरफ जाने वाली बसें भी हाईवे स्थित ताऊ देवी लाल चौक से मिल जाती हैं। ट्रासंपोर्ट की भी पूरी सुविधा है। यहां के राम मंदिर में सुबह शाम आरती होती है। जागरण सुझाव
-मुख्य सड़कों की मरम्मत होनी चाहिए।
-खराब गलियों में इंटरलॉ¨कग टाइलें लगाई जानी चाहिए।
-सड़क के दोनों और फुटपाथ बनाए जाने चाहिए।
-खाली पड़े प्लॉटों में घास की नियमित क¨टग व सफाई होनी चाहिए।
-पार्कों में गड्ढों को भरा जाए।
-आवारा पशुओं को पकड़ा जाना चाहिए।