Move to Jagran APP

नियम 134-ए के तहत स्कूल अलॉटमेंट 31 मई के बाद

नियम 134-ए के तहत निजी स्कूल संचालकों की लापरवाही का खामियाजा बच्चों व उनके अभिभावकों को भुगतना पड़ रहा है। दूसरे ड्रा की अलॉटमेंट 28 मई से खिसक गई है जो 31 मई तक भी साफ नहीं है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 27 May 2019 09:40 AM (IST)Updated: Tue, 28 May 2019 06:32 AM (IST)
नियम 134-ए के तहत स्कूल अलॉटमेंट 31 मई के बाद
नियम 134-ए के तहत स्कूल अलॉटमेंट 31 मई के बाद

जागरण संवाददाता, करनाल : नियम 134-ए के तहत निजी स्कूल संचालकों की लापरवाही का खामियाजा बच्चों व उनके अभिभावकों को भुगतना पड़ रहा है। दूसरे ड्रा की अलॉटमेंट 28 मई से खिसक गई है, जोकि 31 मई तक भी साफ नहीं है। शिक्षा विभाग के अधिकारी अभी भी निजी स्कूलों पर मेहरबान हैं और गरीब बच्चे अब अधिकारियों से हक की बजाए शिक्षा की भीख मांगने को मजबूर हैं। माता-पिता के साथ बच्चे दो माह से शिक्षा जारी रखने के लिए बीईओ और डीईओ कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं। विभाग की खामियां अब बच्चों के भविष्य पर भारी पड़ रही है, जोकि अभी तक अपनी-अपनी कक्षा में बैठे ही नहीं। बता दें कि 134-ए की 14 अप्रैल को परीक्षा के बाद 18 अप्रैल को जारी हुए रिजल्ट में करनाल में 3224 क्वालीफाई बच्चे अभी तक अपनी पढ़ाई चालू नहीं कर सके हैं। 19 अप्रैल से अभिभावकों को परेशान करने का सिलसिला अभी तक जारी है। स्कूलों की खामी छिपा रहा विभाग

prime article banner

एक मई से जारी पहले ड्रा के करनाल में क्वालीफाई 3224 बच्चों में से 1475 को स्कूल अलॉट कर दिया गया था। निजी स्कूल संचालकों की मनमर्जी के चलते अभी तक बच्चों को दाखिला नहीं मिल पाया है। दूसरी तरफ दाखिल किए बच्चों का डाटा विभाग के पोर्टल पर एंट्री करना जरूरी नहीं समझा, जिससे बच्चों की खाली सीटों का विभाग को अनुमान लग सके। अगर समय से निजी स्कूल बच्चों के दाखिलों की एंट्री करते तो वेकेंट सीटों का आंकड़ा समय से स्पष्ट हो सकता था। स्कूलों संचालकों की लेटलतीफी के कारण विभाग भी सेकेंड ड्रा के अलॉटमेंट की तिथि आगे बढ़ा रहा है। ऑनलाइन पोर्टल ओपन

कक्षा 11वीं के छात्र ऑनलाइन पोर्टल में आवेदन करते हैं और पहले ड्रा में रह चुके बच्चे अपने पांच की जगह 15 स्कूलों की एंट्री कर सकते हैं। मौलिक शिक्षा निदेशालय की ओर से पहले ड्रा के बाद रह चुके या अन्य किसी कारण स्कूल में दाखिला न ले सके बच्चों के लिए पोर्टल ओपन कर दिया है। 134-ए के तहत दाखिले से वंचित बच्चा ऑनलाइन पोर्टल में अपने मर्जी के 15 स्कूल भरता है तो दूसरे ड्रा के अलॉटमेंट में दाखिले की संभावनाएं बढ़ सकती हैं। दाखिले की इंतजार कर रहे 1749 बच्चों के अलावा इनके अभिभावकों को विभाग के पोर्टल पर अपडेट रहने की जरूरत है। बीईओ चंद्रेश विज ने बताया कि निजी स्कूलों में दाखिले के लिए दूसरे ड्रा के लिए 28 मई का दिन बताया जा रहा था, जोकि 31 मई तक स्थिति स्पष्ट हो सकेगी। निजी स्कूल संचालकों की ओर से पहले ड्रा के बच्चों के दाखिल अपडेट किए जा रहे हैं जोकि 31 मई तक चलेंगे। विभाग के कर्मचारी भी अपने स्तर पर स्कूलों में हुए बच्चों के दाखिलों को पोर्टल पर अपलोड कर रहे हैं। दूसरे ड्रा के विद्यार्थियों के दाखिले के लिए अगली तिथि मुख्यालय की ओर से तय की जाएगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.