करनाल में बिफरे सरपंच, कहा- किसी मंत्री व विधायक को गांवों में नहीं घुसने देंगे
सरपंच-ग्राम सचिव संयुक्त संघर्ष समिति ने चेतावनी दी कि यदि कोई भी भाजपा का नुमाइंदा गांवों में आता है तो उसको गांवों से खदेड़ा जाएगा।
जेएनएन, करनाल। ई-पंचायत प्रणाली का विरोध कर रही ग्राम पंचायतें खुलकर सरकार के विरोध में उतर आई हैं। होटल प्रेम प्लाजा में जहां पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कार्यकर्ताओं की बैठक ली, वहीं बैठक के एक घंटे के बाद प्रदेशभर की ग्राम पंचायतों के प्रतिनिधि व ग्राम सचिवों ने सरकार के खिलाफ संघर्ष का बिगुल फूंक दिया।
सरपंच-ग्राम सचिव संयुक्त संघर्ष समिति ने चेतावनी दी कि यदि कोई भी भाजपा का नुमाइंदा आता है तो उसको गांवों से खदेड़ा जाएगा। इसके साथ ही समिति ने करनाल में मुख्यमंत्री मनोहर लाल के आवास व झज्जर में पंचायत मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ के आवास पर अनिश्चितकालीन धरना देने का एलान किया।
मुख्यमंत्री ने अतिथि देवो भव: की परंपरा धूमिल की
पलवल से आए हरदीप ने कहा कि मुख्यमंत्री ने अतिथि देवो भव: की संस्कृति को भी धूमिल कर दिया है। उनको व्यवहार बेहद गलत रहा है। उन्होंने कहा कि वह 20 सरपंचों को तो संभाल नहीं पाए पूरे प्रदेश को कैसे संभालेंगे। बैठक में सरपंच एसोसिएशन की ओर से सुरेंद्र राणा, सतपाल पहलवान, हरदेव सिंह, गज्जन सिंह, नरवीर नेहरा, मंजीत, महीपाल आर्य, ग्राम सचिव वेल्फेयर एसोसिएशन की तरफ से अशोक खत्री, नरेश धनखड़, राजाराम, अजीत पहलवान व कुलदीप सिंह मौजूद रहे।
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