Move to Jagran APP

वकील बनना चाहती है सलोनी

बेटी अपनी काबिलियत से मुकाम हासिल कर सकती है इसका प्रमाण विकास नगर निवासी गली नंबर दो में रहने वाली सलोनी चौधरी है। मासूमियत से सलोनी ने कहा कि नंबर तो अपने आप आ जाते हैं बस आप मेहनत करते रहो। पिता विनोद चौधरी सब्जी की दुकान लगाते हैं और मां वीना देवी घर संभालती हैं।

By JagranEdited By: Published: Thu, 16 May 2019 07:31 AM (IST)Updated: Thu, 16 May 2019 08:20 AM (IST)
वकील बनना चाहती है सलोनी
वकील बनना चाहती है सलोनी

जागरण संवाददाता, करनाल : बेटी अपनी काबिलियत से मुकाम हासिल कर सकती है इसका प्रमाण विकास नगर निवासी गली नंबर दो में रहने वाली सलोनी चौधरी है। मासूमियत से सलोनी ने कहा कि नंबर तो अपने आप आ जाते हैं बस आप मेहनत करते रहो। पिता विनोद चौधरी सब्जी की दुकान लगाते हैं और मां वीना देवी घर संभालती हैं। सलोनी बड़ी होकर वकालत करने की इच्छा रखती हैं। विनोद चौधरी की दो बेटियों व बेटे में सलोनी सबसे बड़ी हैं। बहन श्रुति सातवीं और भाई शुदांशु 9वीं कक्षा का विद्यार्थी है। सलोनी ने अपनी सफलता पर बताया कि उसने 12वीं कक्षा में प्रवेश के दौरान से ही शिक्षकों के लेक्चरर को रुटीन में कैरी करती रही ताकि फाइनल एग्जाम में मानसिक दबाव न हो। अगर विद्यार्थी शुरू से ही स्लेब्स को समझ ले तो अंत में परेशानी नहीं होती है। परीक्षा के दौरान बिना दबाव के 8 से 12 घंटे तक पढ़ाई की। सालोनी का कहना है कि मेरी पढ़ाई के लिए माता-पिता काफी मेहनत कर रहे हैं, जब वह वकील बनेगी तो माता-पिता की पूरी सेवा करेगी। सालोनी बताती हैं कि जब पढ़ाई का स्ट्रेस होने लगता था तो पसंद के गीत भी सुनती थीं, फिल्मों में रुचि नहीं रखती हैं।

loksabha election banner

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.