वकील बनना चाहती है सलोनी
बेटी अपनी काबिलियत से मुकाम हासिल कर सकती है इसका प्रमाण विकास नगर निवासी गली नंबर दो में रहने वाली सलोनी चौधरी है। मासूमियत से सलोनी ने कहा कि नंबर तो अपने आप आ जाते हैं बस आप मेहनत करते रहो। पिता विनोद चौधरी सब्जी की दुकान लगाते हैं और मां वीना देवी घर संभालती हैं।
जागरण संवाददाता, करनाल : बेटी अपनी काबिलियत से मुकाम हासिल कर सकती है इसका प्रमाण विकास नगर निवासी गली नंबर दो में रहने वाली सलोनी चौधरी है। मासूमियत से सलोनी ने कहा कि नंबर तो अपने आप आ जाते हैं बस आप मेहनत करते रहो। पिता विनोद चौधरी सब्जी की दुकान लगाते हैं और मां वीना देवी घर संभालती हैं। सलोनी बड़ी होकर वकालत करने की इच्छा रखती हैं। विनोद चौधरी की दो बेटियों व बेटे में सलोनी सबसे बड़ी हैं। बहन श्रुति सातवीं और भाई शुदांशु 9वीं कक्षा का विद्यार्थी है। सलोनी ने अपनी सफलता पर बताया कि उसने 12वीं कक्षा में प्रवेश के दौरान से ही शिक्षकों के लेक्चरर को रुटीन में कैरी करती रही ताकि फाइनल एग्जाम में मानसिक दबाव न हो। अगर विद्यार्थी शुरू से ही स्लेब्स को समझ ले तो अंत में परेशानी नहीं होती है। परीक्षा के दौरान बिना दबाव के 8 से 12 घंटे तक पढ़ाई की। सालोनी का कहना है कि मेरी पढ़ाई के लिए माता-पिता काफी मेहनत कर रहे हैं, जब वह वकील बनेगी तो माता-पिता की पूरी सेवा करेगी। सालोनी बताती हैं कि जब पढ़ाई का स्ट्रेस होने लगता था तो पसंद के गीत भी सुनती थीं, फिल्मों में रुचि नहीं रखती हैं।