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रॉ मैटीरियल के दाम बढ़े, अब 150 गज का मकान बनाने में पांच लाख रुपये अधिक आएगी कोस्ट

जागरण संवाददाता, करनाल : आशियाना बनाना महंगा हो गया है। रॉ मैटीरियल के दामों में काफी उछाल आया है। ई

By JagranEdited By: Published: Fri, 22 Jun 2018 12:41 AM (IST)Updated: Fri, 22 Jun 2018 12:41 AM (IST)
रॉ मैटीरियल के दाम बढ़े, अब 150 गज का मकान बनाने में पांच लाख रुपये अधिक आएगी कोस्ट
रॉ मैटीरियल के दाम बढ़े, अब 150 गज का मकान बनाने में पांच लाख रुपये अधिक आएगी कोस्ट

जागरण संवाददाता, करनाल : आशियाना बनाना महंगा हो गया है। रॉ मैटीरियल के दामों में काफी उछाल आया है। ईट, सीमेंट, बजरी, डस्ट, रेत व कोरसेंट हर सामग्री में उछाल दर्ज किया गया है। सबसे ज्यादा भाव सरिये के बढ़े हैं। आर्किटेक्ट के मुताबिक 150 गज के मकान बनाने में जो लागत 15 दिन पहले आई थी, अब इतने क्षेत्रफल का मकान बनाने में पांच लाख रुपये अधिक लोगों को खर्च करने पड़ेंगे।

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मकान या बि¨ल्डग निर्माण का खर्च काफी बढ़ गया है। यह स्थिति यह तब है, जब रीयल एस्टेट सेक्टर सुस्त पड़ा है। आमतौर पर मंदी व तेजी के साथ-साथ उसके अन्य पहलुओं पर भी वैसा ही प्रभाव पड़ता है, लेकिन यहां पर मामला ठीक उलट है। एक तरफ मंदी से रीयल एस्टेट सेक्टर चरमराया पड़ा है तो दूसरी तरफ बि¨ल्डग मैटीरियल के दाम आसमान छू रहे हैं। लोहा व्यापारी बंटी गुप्ता के मुताबिक मांग कमजोर है। फिर भी लोहे की कीमतों में पिछले एक 15 दिनों में प्रति क्विंटल 800 रुपये तक हुई है। दाम बढ़ने के पीछे रॉ मैटेरियल की किल्लत है।

सीमेंट 20 रुपये प्रति बैग बढ़ा

भवन निर्माण सामग्री के विक्रेता पुरानी अनाज मंडी स्थित राघव ट्रेडर्स से विकास गुप्ता ने बताया कि सीमेंट पर 20 रुपये प्रति बैग की तेजी है। अक्सर पूल बनाकर कंपनियां बढ़ोतरी कर देती हैं। यह उसी का असर है। इस समय 50 किलो की बोरी 290 से बढ़कर 310 रुपये पर आ गई है। वहीं एसीसी व जेके सीमेंट 320 रुपये व एससीसी गोल्ड प्रति बैग 375 रुपये तक पहुंच गया है।

रॉ मैटीरियल के 15 दिन पहले भाव और अब कितने हैं उसकी तुलना

सामग्री का नाम पहले अब

ईट 4900 5500 से 5600

सरिया 4800 5580 रुपये प्रति क्विंटल

रेत 25 रुपये 22 रुपये प्रति फुट

डस्ट 28 रुपये 32 रुपये प्रति फुट

कोरसेंट 29 रुपये 34 रुपये प्रति फुट

बजरी 22 रुपये 25 रुपये प्रति फुट एक माह पहले बंद हो गए भट्ठे, इसलिए बढ़ाया रेट

ईट उत्पादक विकास कुमार के मुताबिक हर साल की अपेक्षा इस बार एक माह पहले ईट-भट्ठे बंद हो गए थे। इसका असर यह रहा कि ईट पिछले साल की अपेक्षा कम निकली हैं। स्थिति को बैलेंस रखने के लिए ईटों का भाव बढ़ा है। ईट में 600 रुपये प्रति हजार का उछाल आया है। सबसे ज्यादा तेजी सरिये में देखने को मिली है।

रेत के भाव इसलिए बढ़े

क्षेत्र में रेत की कई खान बंद हो चुकी हैं। यमुना में पानी आने के कारण खनन बंद हो गया है। जिसकी वजह से रेत में भी सात रुपये प्रति फुट का उछाल आया है। यह तेजी अभी कई माह तक बनी रहने की संभावना है।


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