निकासी व्यवस्था भगवान भरोसे, गलियों में घुसा बरसाती पानी
संवाद सहयोगी निसिग झमाझम बरसात ने जहां आमजन को गर्मी से राहत दी वहीं कुछ लोगों के लिए
संवाद सहयोगी, निसिग : झमाझम बरसात ने जहां आमजन को गर्मी से राहत दी वहीं कुछ लोगों के लिए बारिश आफत बन गई। कस्बे के गुल्लरपुर रोड व गोंदर रोड बाईपास पर निकासी के अभाव में बारिश का गंदा पानी गलियों में जमा हो गया। बारिश थमने के करीब एक घंटा बाद तक गलियां तालाब में तब्दील रहीं। लोगों को अपने घरों में गंदा पानी घुसने का डर सताता रहा। गंदे पानी जमा होने के कारण गलियों में लोगों का आवागमन प्रभावित रहा। लोग गलियों में पानी देख कर घर के बाहर निकलने से कतराते रहे। कैथल रोड पर स्थानीय बस स्टैंड के दोनों तरफ बारिश का पानी जमा हो गया, जिससे वाहनों को पानी से गुजरना पड़ा। वही पुरानी अनाज मंडी बारिश के पानी से लबालब हो गई जिसकी निकासी नहीं हो पाई। नपा कर्मियों ने मौके पर पहुंच बारिश में भीगते हुए निकासी को दुरुस्त करने का प्रयास किया। दर्शन कालोनी की गलियां कई घंटे तक बारिश के पानी से लबालब रहीं। डाचर रोड पर जगह-जगह टूटे नाले के कारण एवं समय पर सफाई के अभाव में गोंदर रोड व आसपास की निकासी प्रभावित रही। कस्बे में निकासी व्यवस्था की पोल खुली
बारिश ने कस्बे मैं निकासी व्यवस्था की पोल खोल दी है। क्षेत्र के गांव ओंगद, गोंदर व डाचर में भी लचर निकासी व्यवस्था के चलते गलियों में पानी जमा हो गया। इसके साथ ही क्षेत्र में बारिश होने से किसानों ने राहत की सांस ली। किसानों की धान में पानी भर गया वही खाली खेतों में बारिश का पानी जमा होने से धान रोपाई में तेजी आएगी। कृषि अधिकारी डा. राधेश्याम गुप्ता ने बताया कि बारिश किसानों के लिए वरदान है। दो-चार दिन पहले रोपाई की गई धान खड़ी हो जाएगी। जबकि इससे पहले रोपी गई धान में फुटाव शुरू होगा। वर्जन
उनकी ओर से निकासी के लिए बने नालों की सफाई की जा रही है। चुनाव के दौरान सफाई कार्य प्रभावित हुआ है। एक-दो दिन में नालों की अच्छे से सफाई का काम संपन्न हो जाएगा। उनका प्रयास है कि कस्बे में कहीं भी ओवरफ्लो की समस्या न हो। इसी सोच के मद्देनजर नालों की सफाई की जा रही है।
शैलेंद्र कुमार, नपा सचिव