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मंडियों में पहुंचने लगा पीआर धान, सरकारी खरीद एक अक्टूबर से

जागरण संवाददाता करनाल सरकार व आढ़तियों के बीच चल रहा गतिरोध समाप्त हो गया है। माके

By JagranEdited By: Published: Fri, 25 Sep 2020 07:25 AM (IST)Updated: Fri, 25 Sep 2020 07:25 AM (IST)
मंडियों में पहुंचने लगा पीआर धान, सरकारी खरीद एक अक्टूबर से
मंडियों में पहुंचने लगा पीआर धान, सरकारी खरीद एक अक्टूबर से

जागरण संवाददाता, करनाल : सरकार व आढ़तियों के बीच चल रहा गतिरोध समाप्त हो गया है। मार्केट फीस एक प्रतिशत करने के साथ-साथ अन्य कई मामलों पर सहमति के बाद हरियाणा राज्य अनाज मंडी आढ़ती एसोसिएशन ने हड़ताल वापस ले ली थी। इसके बाद अनाज मंडियों में धान की प्राइवेट खरीद शुरू हो गई है। अनाज मंडी में एक बार फिर से रौनक लौट आई है। वहीं सरकारी खरीद एक अक्टूबर से शुरू करने का फैसला किया गया है।

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मार्केट कमेटी के सचिव सुंदर सिंह कांबोज ने कहा कि पहले 25 सितंबर से धान की खरीद शुरू करने का फैसला लिया गया था, लेकिन अभी तक सरकार की तरफ से कोई नोटिस जारी नहीं हुआ है। ऐसे में अब एक अक्टूबर से खरीद शुरू करने का निर्णय हुआ है। मंडियों में पीआर धान की आवक शुरू हो गई है। जाहिर है कि सरकारी खरीद भी जल्द शुरू होगी।

फर्जीवाड़े को रोकना बहुत बड़ी चुनौती

करनाल अनाज मंडी में 1509 धान की आवक जोर पकड़ गई है, जबकि सरकारी खरीद एक अक्टूबर से शुरू होगी। सरकार की तरफ से पीआर धान को खरीदा जाएगा। मंडी में किसान और खरीद एजेंसियों में किसी प्रकार की परेशानी ना आए, इसके लिए अनाज मंडी सचिव सुंदर सिंह कांबोज ने व्यवस्था बनाई है। दूसरी तरफ, खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने भी खरीद के लिए अपनी टीम तैयार कर ली है। इसमें एजेंसियों को मंडियां अलॉट होते ही वह अपने इंस्पेक्टरों को तैनात कर देंगे। धान सीजन को देखते हुए शुक्रवार को मंडी सचिव और खरीद एजेंसियों की मीटिग होगी। इसमें सारा क्लियर किया जाएगा कि सीजन सफल रहे। जिले में धान सीजन पर अक्सर फर्जीवाड़े के मामले सामने आते है। इसको रोकना प्रशासन के चुनौती है।

हर साल देरी से शुरू होती है सरकारी खरीद

मंडी में धान लेकर पहुंचे किसानों से जब दैनिक जागरण से बातचीत की तो उनका दर्द झलका। किसानों ने कहा कि जब तक धान की सरकारी खरीद शुरू होगी तब तक मंडी में किसानों का 40 प्रतिशत से अधिक धान बिक जाएगा। किसानों ने कहा कि सरकार की मंशा समझ नहीं आ रही है कि एक तरफ वह किसानों के हितैषी बताते हैं तो दूसरी तरफ उनके साथ अन्याय किया जा रहा है। उन्हें औने-पौने दामों में धान को बेचना पड़ रहा है। इस समय जो 1509 धान आ रही है वह महज 1925 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से बिक रही है। 1509 धान की हो चुकी है 2.80 लाख क्विंटल की आवक

मार्केट कमेटी के सचिव सुंदर सिंह कांबोज ने बताया कि धान की किस्म 1509 की आवक 22 जून को शुरू हो गई थी। अब तक 2.80 लाख क्विंटल आवक हो चुकी है। प्राइवेट खरीददार 1500 से 2200 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से खरीद रहे हैं। 23 सितंबर को 2377 क्विंटल पीआर धान आई है। उन्होंने किसानों से आग्रह किया है कि एक अक्टूबर से धान खरीद शुरू होने के बाद शेड्यूल के अनुसार धान लेकर आएं। अपनी फसल को एमएसपी पर ही बेचें। यदि कोई दिक्कत है तो वह मार्केट कमेटी कार्यालय में आकर बात कर सकता है। मंडी की बेहतर व्यवस्था के लिए स्टाफ की मीटिग ले चुके हैं। गेट पास लेकर खरीद पर निगरानी रहेगी। व्यवस्था को बिगड़ने नहीं दिया जाएगा। मंडी में सड़क, पानी और ठहरने की व्यवस्था है।


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