लिगामेंट इंजरी के उपचार के बाद फिर खेलने में समर्थ होंगे खिलाड़ी
विर्क अस्पताल एवं सरबत दा भला ट्रस्ट की ओर से घुटने कूल्हे एवं लिगामेंट संबंधी इंजरी को लेकर निशुल्क शिविर का आयोजन किया गया।
जागरण संवाददाता, करनाल:
विर्क अस्पताल एवं सरबत दा भला ट्रस्ट की ओर से घुटने, कूल्हे एवं लिगामेंट संबंधी इंजरी को लेकर निशुल्क शिविर का आयोजन किया गया। यह शिविर विर्क अस्पताल में लगाया गया। इसमें मरीजों की निशुल्क जांच की गई, वहीं जरूरतमंद मरीजों का एक्सरे भी किया गया।
समाजसेवी प्रवेश गाबा और हरदीप वालिया ने बताया कि शिविर में अधिकतर मरीज स्पोर्ट्स इंजरी के शिकार खिलाड़ी रहे। शिविर में हड्डी जोड़ रोग विशेषज्ञ डा. बलबीर विर्क व स्पोर्ट्स इंजरी विशेषज्ञ डा. अमनप्रीत सिंह व डा. विकास गोयल, डा. संजीव ने मरीजों की जांच करते हुए बताया कि वे जमाने चले गए जब खिलाड़ियों को खेल के मैदान में लगी चोट के कारण उनका वहीं करियर खत्म हो जाया करता था। लेकिन अब ऐसा नहीं है। आज हालात बदल गए हैं। लिगामेंट-एसीएल के टूटने के बाद इलाज करवाकर खिलाड़ी पुन: मैदान में खेलने के लिए तैयार हो जाते है। उन्होंने बताया कि खेल के दौरान लगने वाली चोटों में घुटनों के सबसे महत्वपूर्ण लिगामेंट एसीएल टूटने का इलाज अब आर्थोस्कोपी के जरिए अतीत की तुलना में कहीं ज्यादा सुरक्षित और बेहतर हो चुका है।
वरिष्ठ चिकित्सक डा. बलबीर विर्क और स्पोर्ट्स इंजरी विशेषज्ञ डा. अमनप्रीत सिंह ने स्पोर्ट्स इंजर्ड खिलाड़ियों को जानकारी देते हुए बताया कि लिगामेंटस रस्सीनुमा तंतुओं के ऐसे समूह हैं, जो हड्डियों को आपस में जोड़कर उन्हें स्थायित्व प्रदान करते हैं। इस कारण जोड़ सुचारू रूप से कार्य करते हैं। डा. अमनप्रीत सिंह ने बताया कि विर्क अस्पताल में राष्ट्रीय स्तर के कई खिलाड़ियों के सफल आपरेशन हो चुके है। इस अवसर पर गुरु प्रसाद, डा. नेत्रपाल, डा. अंकुश व डा. नवीन मौजूद रहे।