काल बने ओवरलोड वाहन, डंफर ने मैथ टीचर को कुचल डाला
मेरठ रोड पर शुगर मिल के पास रेत भरे से ओवरलोड डंफर ने बाइक सवार शिक्षक प्रमोद को पीछे से टक्कर मार दी। अनियंत्रित चालक ने डंफर को शिक्षक पर चढ़ा दिया। टायर के नीचे शिक्षक का सिर आ गया और उसकी मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। पुलिस ने शव को कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज में रखवा दिया।
जागरण संवाददाता, करनाल : मेरठ रोड पर शुगर मिल के पास रेत भरे से ओवरलोड डंफर ने बाइक सवार शिक्षक प्रमोद को पीछे से टक्कर मार दी। अनियंत्रित चालक ने डंफर को शिक्षक पर चढ़ा दिया। टायर के नीचे शिक्षक का सिर आ गया और उसकी मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। हादसे के बाद चालक डंफर नंबर एचआर55एन-5491 लेकर भागने लगा तो उसने सड़क किनारे खड़ी छह कारों को भी टक्कर मार दी। डंफर छोड़कर चालक फरार हो गया। पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज में रखवा दिया।
नगला मेघा गांव के राजकीय स्कूल में कार्यरत मैथ टीचर 45 वर्षीय प्रमोद छुट्टी होने के बाद घर जा रहे थे। दोपहर करीब चार बजे जैसे ही वह मेरठ रोड पर शुगर मिल के पास पहुंचे तो तेज गति से आ रहे रेत से भरे डंफर ने उन्हें पीछे से टक्कर मार दी। उनके पीछे पीछे स्कूल के अन्य शिक्षक भी आ रहे थे। उन्होंने मृतक साथी की पहचान की।
छह गाड़ियों को पहुंचाया नुकसान
हादसे के बाद शुगर मिल से करीब 100 मीटर की दूरी पर चालक ने सड़क किनारे खड़ी छह कारों को क्षति पहुंचाई। इन कारों के गेट व शीशे टूट गए। लोग टीचर की ओर दौड़े और इसी दौरान चालक फरार हो गया।
चालक की तलाश में जुटी पुलिस, देर रात तक नहीं मिली सफलता
हादसे के बाद पुलिस डंफर को कब्जे लेकर चालक की तलाश में जुट गई। सदर पुलिस थान के एसएचओ मनोज कुमार ने कहा कि इस मामले की जांच की जा रही है। डंफर चालक को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इसके अलावा जिन छह कारों को नुकसान पहुंचाया, उनके मालिकों की शिकायत को भी इस मामले में शामिल किया जाएगा।
मुहल्ले में पसरा मातम
मैथ टीचर कर्ण विहार की गली नंबर छह में रहते थे। उनकी एक पुत्री 12वीं कक्षा में पढ़ती है। हादसे के बाद पूरे मुहल्ले में मातम पसर गया। आसपास के लोग शोकाकुल परिवार को ढांढस बंधाने पहुंचे।
ओवरलोड ट्रक व डंफर आए दिन करते हादसे
हादसे के बाद मौके पर जमा लोगों ने कहा कि यह सड़क हरियाणा को उत्तरप्रदेश की सीमा से जोड़ती है। इस मार्ग पर वाहनों का दबाव ज्यादा रहता है। बावजूद इसके इस रोड पर दौड़ने वाले ओवरलोड डंफर व ट्रक पर प्रशासन ध्यान नहीं देता है। यही वजह है कि ओवरलोड वाहनों से यहां गाहे-बगाहे हादसे होते रहते हैं। लेकिन पुलिस इन पर लगाम लगाने में नाकाम साबित हो रही है। पुलिस की इस सुस्त कार्यप्रणाली की वजह से लोग बेहद संभलकर इस सड़क से गुजरते हैं। इस सड़क से गुजरते ओवरलोड वाहन आम लोगों के लिए काल बने हुए हैं। लोगों ने कई बार प्रशासन से मांग भी की है कि इस रोड पर ओवरलोड वाहनों को आने से रोकने के लिए उचित इंतजाम किए जाएं। लेकिन स्थिति जस की तस की बनी हुई है।