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नैनो टेक्नोलॉजी एवं स्टेम सेल उपयोग के बारे में बताया

केवीए डीएवी महिला महाविद्यालय के प्राणी शास्त्र विभाग एवं बायोटेक्नोलॉजी विभाग की ओर से आनुवांशिकी एवं नैनो टेक्नोलॉजी विषय पर कार्यशाला लगाई गई। मुख्यातिथि के रूप में राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान के प्रधान वैज्ञानिक डा. सच्चिनंदन डे ने शिरकत की।

By JagranEdited By: Published: Tue, 15 Oct 2019 07:20 PM (IST)Updated: Wed, 16 Oct 2019 06:18 AM (IST)
नैनो टेक्नोलॉजी एवं स्टेम सेल उपयोग के बारे में बताया
नैनो टेक्नोलॉजी एवं स्टेम सेल उपयोग के बारे में बताया

जागरण संवाददाता, करनाल: केवीए डीएवी महिला महाविद्यालय के प्राणी शास्त्र विभाग एवं बायोटेक्नोलॉजी विभाग की ओर से आनुवांशिकी एवं नैनो टेक्नोलॉजी विषय पर कार्यशाला लगाई गई। मुख्यातिथि के रूप में राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान के प्रधान वैज्ञानिक डा. सच्चिनंदन डे ने शिरकत की। कॉलेज प्रधानचार्या सुजाता गुप्ता, उपप्रधानाचार्या रेनू मेहता, प्राध्यापिका संतोष बिसला, मीनू शर्मा, डॉ. आशिमा गक्खड़, डॉ. मंजू सिंह व प्राणी शास्त्र विभाग की प्राध्यापिका डॉ. मंजू शर्मा ने दीप प्रज्वलित कर कार्यशाला की शुरूआत की। डॉ. मंजू बाला शर्मा ने मुख्य अतिथि को पौधा भेंट किया। इस मौके पर डा. सच्चिनंदन डे ने विभिन्न प्रकार के जीन व उनकी संरचना के बारे में विस्तार से बताया। साथ ही सी वैल्यू पैराडाक्स एवं जीनोम के प्रकार बताए। उनके साथ आए सहायक शोधकर्ता डा. रइस रसूल ने नैनो टेक्नोलॉजी एवं सेटम सेल के उपयोगों से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि सूक्ष्म तकनीक से विभिन्न प्रकार के उपचार कैसे संभव हो पा रहे हैं। इस कार्यशाला में छात्राओं ने स्वयं प्रयोग करने के तरीके सीखे। कार्यक्रम संयोजक प्राणी शास्त्र विभाग की डा. मंजू बाला शर्मा रही। संचालन डा. टिविक्ल एवं समन्वय का कार्यभार मनप्रीत कौर, रीतू और काजल को सौंपा गया। रीतू ने सभी का आभार प्रकट किया।

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