धुमसी जागीर गांव में लगाया शिविर, 59 यूनिट रक्त एकत्र
धुमसी जागीर गांव में ग्रामीण विकास युवा मंडल की ओर से रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया।
संवाद सहयोगी, इंद्री : धुमसी जागीर गांव में ग्रामीण विकास युवा मंडल की ओर से रक्तदान शिविर लगाया गया। 59 यूनिट रक्त एकत्र हुआ। आसपास के गांवों के लोग भी रक्तदान करने पहुंचे। शिविर में मुख्य रूप से नेहरू युवा केंद्र करनाल की जिला युवा अधिकारी रेनू सिलग ने शिरकत की। कार्यक्रम की अध्यक्षता क्लब के पदाधिकारी सुखविदर सिंह व अध्यक्ष जसकिरत सिंह ने की। इस दौरान रक्तदाताओं को प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया गया।
सुखविदर सिंह व अनिल चहल ने कहा कि शहीदों की याद व उनके मान सम्मान में रक्तदान शिविर लगाया गया। इस मौके पर नेहरू युवा केंद्र करनाल की जिला युवा अधिकारी रेनू सिलग, स्वयंसेवक नीरू, सुखविदर, अनिल कुमार, अमित कुमार, अरुण कुमार, मनीष कुमार, डा. दीक्षा, मदनलाल, चरण सिंह, संतोष, सीमा, अशोक कुमार मौजूद थे।
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मांगों को लेकर नंबरदारों ने सरकार से गुहार लगाई
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संवाद सहयोगी, इंद्री : तहसील परिसर में नंबरदार एसोसिएशन विचार मंच की बैठक हुई अध्यक्षता मंच के प्रधान जगमाल सिंह ने की। बैठक में नंबरदारों ने अपनी मांगों को लेकर चर्चा की और सामाजिक कार्यों में भाग लेने का आह्वान किया। जगमाल ने कहा कि नंबरदारों को आयुष्मान कार्ड नहीं मिलना अनुचित है। इससे नंबरदारों में रोष है। इस मौके पर जगमाल, रोशनदीन, दिलबाग बतान, किरणपाल, धर्मसिंह, रामफल कमालपुर, जयसिंह बुढनपुर, जयसिंह पटहेड़ा मौजूद थे।
दैनिक जीवन में आध्यात्मिकता का महत्व बताया
प्रजापिता ब्रह्माकुमारीज ने महाशिवरात्रि पर्व बड़ी धूमधाम व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। त्रिमूर्ति शिव जयंती महोत्सव में दैनिक जीवन में आध्यात्मिकता की भूमिका विषय पर वक्तव्य दिए गए। इसके साथ ही कार्यक्रम में पहुंचे अतिथियों और ब्रह्माकुमारी बहनों ने ध्वजारोहण व केक काटकर शिव बाबा की जयंती मनाई गई।
रविवार को महाशिरात्रि पर्व पर क्राउन सिटी में ब्रह्माकुमारी घरौंडा की तरफ से आयोजित त्रिमृर्ति शिव जयंती महोत्सव में डॉ. मोहित गुप्ता बतौर मुख्य वक्ता पहुंचे। कार्यक्रम की अध्यक्षता ईश्वरीय विश्वविद्यालय की संचालिका रेनू बहन ने की। नव चेतना मंच के संयोजक एसपी चौहान, समाजसेवी लाला सोहन लाल गुप्ता, भ्राता साहिल अरोड़ा ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम की शुरूआत की। साथ ही नन्हें बच्चों ने अध्यात्मिक प्रस्तुति भी दी।
मुख्यवक्ता बीके मोहित गुप्ता ने दैनिक जीवन में आध्यात्मिकता का महत्व बताया। उन्होंने कहा कि यदि हम अपने जीवन के इन विकारों को दूर करना चाहते हैं। अपने जीवन में सुख और शांति दोबारा लाना चाहते है तो स्वयं को शक्तिशाली बनाना होगा। हम ऐसा कर पाते हैं तो नकारात्मकता को भी सकारात्मकता में बदला जा सकता है। वहीं ब्रह्मकुमारी रेनू बहन, प्रेम बहन व संगीता बहन ने कहा कि मेडिटेशन से आध्यात्मिकता के आधार से अपने मन पर विजय पा सकते है।