मिड-डे-मील वर्कर यूनियन ने किया निजीकरण का विरोध
मिड-डे-मील वर्कर यूनियन की मीटिग शहीद भगत सिह लाइब्रेरी में जिला सचिव
संवाद सहयोगी, असंध
मिड-डे-मील वर्कर यूनियन की मीटिग शहीद भगत सिह लाइब्रेरी में जिला सचिव सन्तोष सालवन की अध्यक्षता में हुई। संचालन किसान सभा के जिला संयोजक कुलदीप राणा ने किया।
सन्तोष व कुलदीप राणा ने कहा कि करनाल में नौ अगस्त को जिला स्तर पर सीटू ,किसान सभा व खेत मजदूर यूनियन के प्रदर्शन में वर्कर बढ़चढ़ कर शामिल होंगी। तैयारियों को लेकर असन्ध ब्लाक के सभी स्कूलो में टीमें दौरा करेगी और रैली में शामिल होने के लिए वर्करों को न्यौता देंगी। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार मिड-डे-मील को निजी हाथो मे देना चाहती है जिसका ताजा उदाहरण भिवानी जिले मे स्कुल मे बच्चो को मिड-डे-मील का खाना बनाने के लिऐ पूरे भिवानी जिले की एक ही बड़ी निजी रसोई बनाई जा रही है। यह भिवानी जिले के सभी स्कूलों मे खाना सप्लाई करेगी, जिसके कारण जिले की वर्करों की छुट्टी हो जाएगी। पिछले सात साल में भाजपा व जजपा की सरकारें हरियाणा में रही हैं जिन्होंने सबसे ज्यादा शोषण मिड-डे मील-वर्कर की महिलाओं का किया है। पिछले 10-11 साल से वर्करों के मानदेय का एक भी पैसा नही बढ़ा है। वर्करों को सिर्फ 3500 रुपये मासिक मानदेय मिलता है। उन्होंने कहा कि मुख्य मांगों में महामारी के इस दौर में तुरंत प्रभाव से मजदूर विरोधी चारों लेबर कोड्स, जनविरोधी तीनो कृषि कानूनों एवं बिजली बिल को निरस्त किया जाए, मिड-डे-मील का निजीकरण न किया जाए। न्यूनतम वेतन 24 हजार रुपए किया जाए। वर्करों को मानदेय 12 के 12 महीने दिया जाए। इस अवसर पर कपिल शर्मा, महेन्द्र पाल, सन्तोष, कविता, जगीरो, सुमन, गुड्डी रानी, सन्तरा, पिसता, सोनिया, सुशीला व प्रमेशवरी मौजूद रहे।