जीवन में हार गिरने से नहीं बल्कि गिरकर ना उठने से होती है : डीसी
जागरण संवाददाता, करनाल उपायुक्त डॉ. आदित्य दहिया ने महिला सरपंचों को कहा कि आप अपने
जागरण संवाददाता, करनाल
उपायुक्त डॉ. आदित्य दहिया ने महिला सरपंचों को कहा कि आप अपने आपको कमजोर मत समझों, जो हमारी कमजोरी होती है वह कभी ना कभी हमारी ताकत भी बन सकती है। जीवन में हार गिरने से नही, बल्कि जो गिरकर न उठे उसकी हार होती है। महिलाओं का भी पुरूषों के समान देश व समाज की उन्नति में अहम योगदान है। उपायुक्त बृहस्पतिवार को इंद्री के बीडीपीओ कार्यालय में मुख्यमंत्री की सुशासन सहयोगी द्वारा महिला सरपंचों को प्रशिक्षित करने के लिए आयोजित शिविर में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में महिलाओं के भी समान अधिकार है। महिलाएं भी अपने ताकत के साथ उच्च पदों पर पहुंचकर समाज को नई दिशा दिखा रही है। उन्होंने उपस्थित महिला सरपंचों को कहा कि आप अपने आपको कमजोर मत समझों, जो हमारी कमजोरी होती है वह कभी न कभी हमारी ताकत भी बन सकती है। जीवन में हार गिरने से नही, गिरकर ना उठे तब हार होती है। उन्होंने महिलाओं से कहा कि आप अपने अंदर हौसला रखें, अपने गांव को विकसित करें, इस शिविर में सभी नियमों के बारे में जानकारी दी जाएगी, जो सरपंच के अधिकार है। उन्होंने कहा कि सरपंच गांव में कन्या भ्रूण हत्या ना हो, गंदगी, दहेज प्रथा पर रोक लगाएं तथा यह ध्यान रखे कि गांव के सभी बच्चे स्कूलों में जाएं।
महिलाओं में छिपी प्रतिभा को उजागर करना ही शिविर का उद्देश्य
उपायुक्त डॉ. आदित्य दहिया ने बताया कि मुख्यमंत्री की सुशासन सहयोगी शैलेजा द्वारा करनाल जिला की महिला सरपंचों को जागरूक करने के उदेश्य से खंड स्तर पर एक दिवसीय शिविरों का आयोजन करवा रही है। इन शिविरों का उदेश्य महिलाओं सरपंचों को उनके अधिकारों व कर्तव्यों के बारे में जानकारी देकर, उनके अंदर छिपी प्रतिभा को उजागर करना है। इससे पहले 27 अक्टूबर को करनाल व 28 अक्टूबर को असंध खंड में महिला सरपंचों के लिए शिविर लगाए जा चुके है और आगे भी जारी रहेंगे। यह सभी शिविर पंचायती राज प्रशिक्षण संस्थान नीलोखेड़ी द्वारा आयोजित किए जा रहे हैं।