तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी के लिए कुवि तैयार
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के उपलक्ष्य में होने वाली अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी के लिए पूरी तरह से तैयार है।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के उपलक्ष्य में होने वाली अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी के लिए पूरी तरह से तैयार है। श्रीमद्भगवद् गीता का शाश्वत दर्शन और सार्वभौमिक कल्याण विषय पर होने वाले इस अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के उद्घाटन अवसर पर राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य मुख्य अतिथि होंगे। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, स्वामी ज्ञानानंद महाराज, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. कैलाश चंद्र शर्मा सहित बड़ी संख्या में विशेष मेहमान, विद्वान और गीता मनीषी शामिल होंगे। विश्वविद्यालय के ऑडिटोरियम हाल में होने वाली इस तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस की तैयारी को पूरा कर लिया है। इसमें होने वाले विभिन्न तकनीकी सत्रों में 200 से अधिक विद्वान श्रीमद्भगवद गीता का शाश्वत दर्शन और सार्वभौमिक कल्याण विषय पर मंथन करेंगे।
अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी की निदेशिका प्रो. मंजूला चौधरी ने बताया कि संगोष्ठी में होने वाले तकनीकी सत्रों में विश्व के विभिन्न देशों के साथ-साथ देश के अलग-अलग राज्यों से बड़ी संख्या में विद्वान भाग लेंगे। संगोष्ठी का पहला तकनीकी सत्र भगवद्गीता के अंतरराष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य विषय पर तकनीकी सत्र में अमेरिका से सत्या कालड़ा, रशिया से ओलेग गोरशेविसकी, टोकियो से प्रो. हिरोयूकी साटो, जापान से रिको सन, मारीशस से डॉ. अनीता सिवूगुलम और विश्वानंद पुटिआ, इंडोनेशिया से आई कितूत डोंडर, यूएसए से वंदना झिगन और बेल्जियम से कपिल कुमार अपना उद्बोधन देंगे। इसके अतिरिक्त हावड़ा से प्रो. विनायक भी अपना उद्बोधन देंगे।
संगीत विभाग की ओर से तीन दिसंबर को ही होने वाले तकनीकी सत्र में मारीशस से डॉ. अनीता सिवूगुलम, यूएसए से वंदना झिगन, पंकजमाला शर्मा, प्रो. रंजना श्रीवास्तव, डॉ. श्वेता जिजूरकर, पटियाला से प्रो. गुरनाम सिंह, प्रमिला पुरी, सरोज घोष और डॉ. उषा अग्रवाल भी संगीत और भगवद्गीता पर अपना व्याख्यान देंगे।