कारगिल युद्ध में भारतीय सैनिकों ने दिया अदम्य साहस का परिचय : सुनहारा सिंह
दयाल सिंह कॉलेज की एनसीसी आर्मी विग ने 7 हरियाणा बटालियन एनसीसी के निर्देशन में कारगिल विजय दिवस मनाया गया।
जागरण संवाददाता, करनाल : दयाल सिंह कॉलेज की एनसीसी आर्मी विग ने 7 हरियाणा बटालियन एनसीसी के निर्देशन में कारगिल विजय दिवस मनाया गया। कार्यक्रम में सेवानिवृत्त वीर चक्र विजेता लेफ्टिनेंट कर्नल सुनहरा सिंह ने मुख्यातिथि रहे।
एएनओ लेफ्टिनेंट डॉ. तेजपाल ने कर्नल सुनहरा सिंह का स्वागत करते हुए उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि उन्होंने देश के लिए 1962 में चीन के विरूद्ध और 1965 व 1971 में पाकिस्तान के विरूद्ध हुई तीनों युद्धों में अदम्य साहस एवं युद्ध कौशल का परिचय देते अपने शौर्य को प्रदर्शित किया। 1971 के युद्ध में उनके रण कौशल और वीरता से प्रभावित होकर राष्ट्रपति ने उनको वीर चक्र से भी सम्मानित किया। कर्नल सुनहरा सिंह ने कारगिल युद्ध के दौरान भारतीय सैनिकों की वीरगाथा को वर्णित किया। 26 जुलाई 1999 को भारत माता के इन वीर सपूतों के बलिदान से ही हम पाकिस्तान के कब्जे से भारत भूमि को मुक्त करवा पाए। युद्ध किसी भी देश की आर्थिक और सामाजिक स्थिति के लिए ठीक नहीं होता, लेकिन जब बात भारत माता के सम्मान की हो तो भारत के वीर सैनिक कभी पीठ नही दिखाते और मुश्किलों का डटकर सामना करते है। पूर्व एएनओ डॉ. बसंत कुमार ने कारगिल युद्ध के दौरान एक सैनिक द्वारा लिखे गए पत्र के माध्यम से भारतीय सैनिक के मन की बात को बताया। इस दौरान कार्यवाहक प्राचार्य डॉ. आरसी सैनी, डॉ. जयकुमार व डॉ. विजय चौहान उपस्थित रहे।
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