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ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंधों के चलते भारत के चावल निर्यात में आई 40 फीसद तक की कमी

संवाद सहयोगी घरौंडा बासमती चावल की सबसे बड़ी मार्केट भारतीय चावल निर्यातकों के हाथों स

By JagranEdited By: Published: Sun, 08 Nov 2020 09:27 AM (IST)Updated: Sun, 08 Nov 2020 09:27 AM (IST)
ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंधों के चलते भारत के चावल निर्यात में आई 40 फीसद तक की कमी
ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंधों के चलते भारत के चावल निर्यात में आई 40 फीसद तक की कमी

संवाद सहयोगी, घरौंडा : बासमती चावल की सबसे बड़ी मार्केट भारतीय चावल निर्यातकों के हाथों से खिसकने के कगार पर है। ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंधों के चलते भारत के चावल निर्यात में चालीस फीसदी की कमी आई है। देश से निर्यात होने वाले 45 लाख टन चावल में से अकेले ईरान को लगभग 15 लाख टन चावल भेजा जाता था। बदले हालातों में ईरान को सितंबर माह तक सिर्फ 3 लाख 63 हजार टन का निर्यात हुआ है। ईरान से तेल आयात बंद होने के बाद भारतीय निर्यातकों को चावल की पेमेंट लेने का कोई मेकेनिज्म नहीं मिल रहा।

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ईरान चावल निर्यात कमेटी के चेयरमैन सतीश गोयल ने बताया कि चालू खरीफ सीजन में निर्यातकों ने ईरान के साथ नए सौदे नहीं किए है। अभी तक करीब पौने चार लाख टन चावल ईरान भेजा गया है जो पिछली डील के अनुसार है। ईरान के निर्यात पर लगे ब्रेक के बाद निर्यातकों को लगभग 11 लाख टन चावल बेचने के लिए अन्य कोई बाजार दिखाई नहीं दे रहा। सतीश गोयल ने कहा कि कोविड 19 की महामारी के दौर में ईरान को छोड़कर कई देशों में भारत के चावल एक्सपोर्ट में कुछ बढ़ोतरी भी हुई है। ईराक, सउदी अरब व यूरोप में होने वाले निर्यात में इजाफा हुआ है लेकिन इस बढ़ोतरी से ईरान को होने वाले एक्सपोर्ट की भरपाई नहीं होगी। ये होगा हरियाणा पर असर

देश से होने वाले बासमती चावल के निर्यात में हरियाणा की हिस्सेदारी लगभग 50 फीसद है। वहीं देश में सबसे अधिक बासमती की पैदावार भी हरियाणा में होती है। ऐसे में बासमती चावल के निर्यात पर संकट छाने से सबसे अधिक नुकसान हरियाणा को होगा। भारतीय चावल निर्यातक संघ के महासचिव पंकज गोयल ने बताया कि बासमती किसानों के लिए प्रीमियम क्राप है। निर्यात प्रभावित होने का सीधा असर धान की कीमतों पर होगा। कम भाव के कारण किसान बासमती की खेती की बजाये अन्य फसलों पर डायवर्ट हो सकते है। भारत से चार देशों में बड़ी मात्रा में चावल बेचा जाता है जिनमें ईरान, ईराक, सउदी अरब व यमन शामिल है। इन देशों के अलावा यूरोप, दुबई व ओमान समेत कई अन्य देशों को भी चावल निर्यात किया जाता है। देश का नाम निर्यात 2019-20 सितंबर 2020 तक निर्यात बढ़ोतरी/कमी

ईरान 15 लाख टन 3.63 लाख टन 40 फीसद कमी

सउदी अरब 9.74 लाख टन 5.20 लाख टन 20 फीसद बढ़ोतरी

ईराक 4.66 लाख टन 5.20 लाख टन 25 फीसद बढ़ोतरी

यमन 2.5 लाख टन 1.5 लाख टन 10 फीसद बढ़ोतरी

यूरोप 2.20 लाख टन 1.90 लाख टन 60 फीसद बढ़ोतरी

(सभी आंकड़े आल इंडिया चावल निर्यातक संघ से प्राप्त है। )


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