उमस व गर्मी ने किया बेहाल, पसीने से तरबतर हुए लोग
अगस्त माह के पहले पखवाड़ा लगभग सूखा ही बीता है उमस व गर्मी ने लोगों को बेहाल कर दिया है। अब दूसरे पखवाड़े में बरसात की उम्मीद जगी है। मौसम विभाग का मानना है कि 19 अगस्त से मानसून की सक्रियता का असर हरियाणा के विभिन्न हिस्सों में देखने को मिल सकता है। जिससे तेज हवा के साथ बूंदाबांदी हो सकती है। इससे लोगों को राहत मिलेगी। जागरण संवाददाता करनाल अगस्त माह के पहले पखवाड़ा लगभग सूखा ही बीता है उमस व गर्मी ने लो
जागरण संवाददाता, करनाल: अगस्त माह के पहले पखवाड़ा लगभग सूखा ही बीता है, उमस व गर्मी ने लोगों को बेहाल कर दिया है। अब दूसरे पखवाड़े में बरसात की उम्मीद जगी है। मौसम विभाग का मानना है कि 19 अगस्त से मानसून की सक्रियता का असर हरियाणा के विभिन्न हिस्सों में देखने को मिल सकता है। जिससे तेज हवा के साथ बूंदाबांदी हो सकती है। इससे लोगों को राहत मिलेगी। इस समय मौसमी सिस्टम की स्थिति पर गौर किया जाए तो मानसून टर्फ का पश्चिमी छोर हिमालय की तलहटी के करीब चल रहा है और पूर्वी सिरा अपनी सामान्य स्थिति में है। एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र उत्तर पश्चिम तथा उससे सटे हुए मध्य पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर दक्षिण ओडिशा और उत्तरी आंध्र प्रदेश के तट के आस-पास बना हुआ है, जो समुद्र तल से 7.6 किलोमीटर ऊपर तक फैला हुआ है। 16 अगस्त की शाम तक उत्तर पश्चिम और इससे सटे पश्चिम बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव का क्षेत्र विकसित होने की संभावना है।
एक टर्फ रेखा झारखंड से आंध्र प्रदेश के उत्तरी तट तक फैला हुई है। पश्चिमी विक्षोभ को पाकिस्तान के उत्तर मध्य भाग पर एक चक्रवाती परिसंचरण के रूप में देखा जाता सकता है। अगले 24 घंटों के दौरान मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल, ओडिशा के कुछ हिस्सों, तटीय आंध्र प्रदेश, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों, उत्तरी तेलंगाना, विदर्भ, मराठवाड़ा और पूर्वी मध्य प्रदेश में हल्की से मध्यम बरसात के साथ कुछ स्थानों पर भारी बरसात हो सकती है। बिहार और झारखंड में हल्की से मध्यम बरसात के साथ कुछ स्थानों पर कुछ देर के लिए तेज बरसात सकती है।