सब यार्ड और परचेज सेंटरों को भी जल्दी से बहाल करे सरकार : रजनीश चौधरी
सरकार के निर्णयों को लेकर शनिवार को नई अनाज मंडी आढ़ती
जागरण संवाददाता, करनाल :
सरकार के निर्णयों को लेकर शनिवार को नई अनाज मंडी आढ़ती एसोसिएशन की बैठक चेयरमैन रजनीश चौधरी की अध्यक्षता में हुई। जिसमें उन्होंने कहा कि इस बार हरियाणा सरकार ने गेहूं के सीजन के लिए एक नया नोटिफिकेशन जारी किया है कि सीमांत किसानों को सब यार्ड या परचेज सेंटरों पर अपनी गेहूं बेचने की अनुमति नहीं है। सीमांत किसानों को अपनी गेहूं करनाल जिले की मुख्य मंडी में ही बेचनी होगी। यह फैसला गलत है। ये सभी सीमांत किसान जो कि पिछले कई वर्षों से सब यार्ड और परचेस सेंटर के आढ़तियों के साथ लेन-देन चल रहा है। इससे आढ़ती और सीमांत किसानों दोनों को ही परेशानी होगी। अगर इन सभी किसानों की गेहूं जिले की मुख्य मंडी में आ गई तो मुख्य मंडी में अधिक भीड़ होने की वजह से ना तो बारदाना पूरा हो पाएगा और ना ही गेहूं का उठान हो पाएगा। मुख्य मंडी में जाम की स्थिति पैदा हो जाएगी। अगर इस दौरान बरसात आ जाती है तो गेहूं भी खराब हो जाएगा जिससे किसान, आढ़ती और सरकार तीनों को को नुक्सान होगा। रजनीश चौधरी ने कहा कि जो हरियाणा के किसान है और उनकी जमीन उत्तर प्रदेश में है वह भी पोर्टल पर नहीं दर्शा रहा इसको भी जल्दी से जल्दी पोर्टल पर लिया जाए।
उन्होंने कहा कि ब्याना, बल्ला, बड़सत, मूनक सब यार्ड व घीड़, सग्गा, कुरलन, गंगाटेहड़ी पोपड़ा, सालवन व समानाबाहू परचेज सेंटरों पर सीमांत किसानों के रजिस्ट्रेशन के लिए मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर नहीं दर्शा रहे हैं। उन्होंने सीएम से निवेदन किया कि इन सभी सब यार्ड और परचेस सेंटरों को पोर्टल पर दर्शा कर गत वर्षों की तरह ही गेहूं की खरीद की जाए ताकि किसानों की गेहूं को समय पर सरकारी गोदामों में पहुंचाया जा सकें।