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हरियाणवीं सांग के पांचवें दिन गोपीचंद सांग का मंचन

नई अनाज मंडी में हरियाणवीं सांग के पांचवें दिन धर्मवीर सांगी और सोनू भगाना ने गोपीचंद सांग का मंचन किया। हरियाणा कला परिषद के निर्देशक नागेंद्र शर्मा व धर्मपाल ने कार्यक्रम में शिरकत की।

By JagranEdited By: Published: Thu, 23 Jan 2020 06:04 AM (IST)Updated: Thu, 23 Jan 2020 06:04 AM (IST)
हरियाणवीं सांग के पांचवें दिन गोपीचंद सांग का मंचन
हरियाणवीं सांग के पांचवें दिन गोपीचंद सांग का मंचन

संवाद सहयोगी, घरौंडा : शिव शक्ति सेवा मंडल की ओर से 18वें सामूहिक विवाह महोत्सव के उपलक्ष्य में सांग का मंचन किया गया। समाजेसवी सोनू दहिया, जोगिद्र कुमार व रमेश शर्मा ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की और हरियाणवीं सांग का शुभारंभ किया। नई अनाज मंडी में हरियाणवीं सांग के पांचवें दिन धर्मवीर सांगी और सोनू भगाना ने गोपीचंद सांग का मंचन किया। हरियाणा कला परिषद के निर्देशक नागेंद्र शर्मा व धर्मपाल ने कार्यक्रम में शिरकत की। सांग के दौरान दर्शाया गया कि राजा गोपीचंद धोलागढ़ के राजा थे। उनकी 12 कन्या और 16 रानियां थी। लेकिन उनका कोई पुत्र नहीं था। गोपीचंद एक बार स्नान कर रहे होते हैं और उनकी मां मैनावती उनकी पीठ देख लेती है तो रानी को अपने पति की याद आ जाती है कि जैसे एक दिन उसका पति मर गया वैसे ही गोपीचंद भी काल का ग्रास बन जाएगा। इस प्रकार से रानी गोपीचंद को बाबा बनने की सलाह देती है। गोपीचंद के बार-बार इनकार करने के बाद भी वह बाबा बनने को कहती है। जब वह सब राजपाट छोड़कर बाबा बन जाता है तो मां की ममता अपने पुत्र को याद करती है। लेकिन वह तो बाबा बनकर सन्यास ग्रहण कर चुका होता है। इस मौके पर संरक्षक चेतन देव शर्मा, प्रधान धीरज भाटिया, राज सिगला, पुष्कल टक्कर, देवेंद्र धीमान, कुलदीप कैमला, अशोक भटनागर, डॉ. रामप्रकाश, विनोद गोयल मौजूद थे।

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