एनडीआरआइ के पूर्व अधिकारी पर नौकरी के नाम पर ठगी का आरोप
जागरण संवाददाता करनाल राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान के एक वरिष्ठ पूर्व अधिकारी की ओ
जागरण संवाददाता, करनाल: राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान के एक वरिष्ठ पूर्व अधिकारी की ओर से युवक को फर्जी नियुक्ति पत्र थमा देने और करीब साढ़े पांच लाख रुपये ठग लिए जाने का मामला सामने आया है। मामला पुलिस तक पहुंचा, जिसके बाद जांच शुरू कर दी गई है।
गांव डडवाना जिला कैथल वासी राजेश सिंह ने एसपीगंगा राम पूनिया को शिकायत दी है, जिसमें उन्होंने आरोप लगाते हुए बताया कि उसने नीलोखेड़ी स्थित संस्थान से वर्ष 2012 में फाइनेंस अकाउंट ऑडिटर का कोर्स पूरा किया था। अगले ही वर्ष उसे पता चला कि एनडीआरआई में ठेका प्रथा के तहत क्लर्क- टेक्निशियन आदि पदों पर भर्ती निकली है। इसके चलते वहां तैनात तत्कालीन वरिष्ठ अधिकारी से मिले तो उन्होंने उसे पक्की नौकरी दिला देने का भरोसा दिया, जिसके लिए सात लाख रुपये की मांग की। आरोपित अधिकारी को अलग-अलग समय पर उक्त राशि दी तो इसी दौरान निकली भर्ती के लिए आवेदन किया और बाद में यह भर्ती रद हो गई।
पीड़ित का आरोप है कि वर्ष 2016 में आरोपित अधिकारी के कहने पर उसने फिर आवेदन किया और परीक्षा भी दी, लेकिन यह भर्ती भी रद हो गई। इसी दौरान उक्त अधिकारी का तबादला भरतपुर, राजस्थान स्थित एक संस्थान में हो गया तो वहीं आइएसआरबी की ओर से वर्ष 2018 में आवेदन मांगे गए, जिसके लिए आवेदन किया और परीक्षा भी दी। इसी के चलते उक्त अधिकारी से संपर्क किया तो उन्होंने अगस्त 2018 में उसके पास डाक के माध्यम से टेक्निशियन टी-1 पद के लिए नियुक्ति पत्र भेज दिया, जिसे लेकर वह संबंधित संस्थान पहुंचा तो वहां पता चला कि यह फर्जी है। यह जानकर वह हैरान रह गया और फिर आरोपित अधिकारी से संपर्क किया और दी राशि वापस देने की मांग की तो आरोपित ने कुछ राशि लौटा दी जबकि साढ़े पांच लाख रुपये नहीं लौटाए। यह राशि भी वापस देने की मांग करने पर आरोपित अधिकारी उसे धमकी देने लगा है।
एसपी के आदेशानुसार थाना सिविल लाइन पुलिस ने आरोपित अधिकारी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। एसएचओ विजय कुमार का कहना है कि अभी शिकायत के आधार पर आरोपित के खिलाफ केस दर्ज किया गया है, पूरे मामले की गहनता से जांच की जाएगी। उधर प्रयास के बावजूद आरोपित अधिकारी से संपर्क नहीं हो पाया।