तीन स्तरीय सुरक्षा घेरे में कैद उम्मीदवारों का भाग्य
लोकसभा चुनाव के मतदान के बाद ईवीएम मशीन को कड़ी सुरक्षा के बीच एसडी मॉडल स्कूल में बनाए गए स्ट्रॉग रूम में रखा गया।
जागरण संवाददाता, करनाल : लोकसभा चुनाव के मतदान के बाद ईवीएम मशीन को कड़ी सुरक्षा के बीच एसडी मॉडल स्कूल में बनाए गए स्ट्रॉग रूम में रखा गया। मशीन की निगेहबानी के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं। सुरक्षा के लिहाज से तीन स्तरीय सुरक्षा घेरा बनाया गया है।
12 मई को मतदान की प्रक्रिया पूरी होने के बाद लोकसभा क्षेत्र के करनाल जिले के पांच विधानसभा क्षेत्रों करनाल, नीलोखेड़ी, घरौंडा, इंद्री व असंध विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र की ईवीएम रेलवे रोड स्थित एसडी मॉडल स्कूल के स्ट्रॉग रूम सुरक्षित रख दी गई हैं, जो 23 मई को इसी जगह मतगणना के लिए निकाली जाएंगी। पानीपत के तहत आने वाले निर्वाचन क्षेत्रों की मशीन पानीपत में ही बनाए गए स्ट्रॉग रूम में रखी गई है। कोई भी उम्मीदवार या उनके द्वारा अधिकृत एजेंट पहचान पत्र बनवाकर इन स्ट्रॉग रूम की व्यवस्था को देख सकता है।
प्रतिनिधि स्ट्रोंग रूम के बाहर बनाए गए सीसीटीवी कक्ष में बैठकर 23 मई तक कैमरों की फीडबैक देख सकता है। इसके अतिरिक्त स्ट्रॉग रूम की सुरक्षा के लिए तीन स्तरीय प्रबंध किए गए हैं। इनमें केंद्रीय अर्ध सैनिक बल व जिला पुलिस की टुकड़ियां शामिल हैं। 23 मई को सुबह 8 बजे मतगणना का कार्य शुरू किया जाएगा। इससे एक घंटा पहले सुबह 7 बजे उम्मीदवारों या उनके प्रतिनिधियों के समक्ष सभी स्ट्रॉग रूम खोले जाएंगे।
फोटो---20 नंबर है।
सबसे पहले डाक मतों की होगी गणना : विनय प्रताप
जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त विनय प्रताप सिंह ने सोमवार को लघु सचिवालय के सभागार में विभिन्न राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों के प्रतिनिधियों की बैठक ली। उन्होंने बताया कि पानीपत जिले के तहत आने वाले सभी विधानसभा क्षेत्रों के मतों के गिनती का कार्य पानीपत में ही किया जाएगा। मतगणना के दौरान सबसे पहले पोस्टल बैलेट की गिनती की जाएगी। मतगणना के लिए नियुक्त किए जाने वाले काउंटिग एजेंट्स की सूची सभी उम्मीदवार समय रहते निर्धारित प्रफोर्मा में भरकर आरओ कार्यालय में जमा करवाएं। जिला रिटर्निंग अधिकारी ने उम्मीदवारों द्वारा जमा कराए जाने वाले खर्च के बारे में बताया कि इस विषय पर 14 जून को एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा और आगामी 18 जून को खर्च पर्यवेक्षक विभा मिश्रा उम्मीदवारों द्वारा किए गए खर्च का अंतिम निरीक्षण करेंगी। निरीक्षण के दौरान यदि कोई कमी पाई जाती है तो उम्मीदवार को नोटिस दिया जाएगा। इसके बाद 22 जून तक उम्मीदवार को उसके द्वारा किए गए खर्च का विवरण जमा करवाना होगा। ऐसा ना करने पर चुनाव आयोग द्वारा उम्मीदवार को 3 साल तक चुनाव लड़ने पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है।