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धान सीजन शुरू होने से पहले ही सामने आया गड़बड़झाला, विवादों में करनाल मंडी

इस वर्ष धान सीजन की अभी पूर्ण रूप से शुरूआत तक नहीं हुई कि पहल

By JagranEdited By: Published: Sun, 19 Sep 2021 01:52 AM (IST)Updated: Sun, 19 Sep 2021 01:52 AM (IST)
धान सीजन शुरू होने से पहले ही सामने आया गड़बड़झाला, विवादों में करनाल मंडी
धान सीजन शुरू होने से पहले ही सामने आया गड़बड़झाला, विवादों में करनाल मंडी

जागरण संवाददाता, करनाल:

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इस वर्ष धान सीजन की अभी पूर्ण रूप से शुरूआत तक नहीं हुई कि पहले ही मामला इतना गर्मा गया कि दो अधिकारियों को सस्पेंड करना पड़ा। धान की आवक में गेट पास काटने में लापरवाही के मामले में यह कार्रवाई की गई है। ऐसे में मंडी प्रशासन की कार्यप्रणाली को लेकर तमाम सवाल सिर उठा रहे हैं।

ताजा घटनाक्रम के तहत हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड के मुख्य प्रशासक विनय सिंह द्वारा मामले की जांच में अनियमितता पाए जाने पर तुरंत एक्शन लिया गया। इसके तहत करनाल से मार्केट कमेटी के सचिव हकीकत राय कादियान व तरावड़ी मंडी के सचिव मोहित बेरी पर गाज गिरी है। मुख्यालय से तैनात चंद्रप्रकाश को करनाल अनाज मंडी का नया सचिव नियुक्ति किया गया है, जबकि तरावड़ी में सहायक मंडी सचिव को फिलहाल सचिव का कार्य करते रहने का आदेश दिया गया है। गौरतलब है कि इस पिछले साल भी करनाल मार्केट कमेटी के तत्कालीन सचिव सुंदर कांबोज पर गाज गिरी थी और उनको भी अनियमितता के मामले में सस्पेंड कर दिया गया था।

बिना रोकटोक आ रही मंडियों में धान, गेट पास भी नहीं काटे गए

पिछले दिनों सीए एचएसएएमबी की ओर से इस मामले में निरीक्षण के बाद यह बात सामने आई थी कि 1509 धान मंडियों में आ तो रही थी लेकिन गेट पास नहीं काटे जा रहे थे। ताकि बाद में इस धान को अधिकारियों की मिलीभगत से रजिस्टर्ड किसानों के खाते में दिखाया जा सके। हालांकि अभी जांच के बाद अनियमितता पाई गई तो मुख्यालय की ओर से कड़ी कार्रवाई की गई है। लेकिन कड़वा सच यह है कि हर साल इसी प्रकार का खेल अनाज मंडियों में देखने को मिलता है। एक्शन भी लिया जाता है। फिर भी ढाक के तीन पात की तर्ज पर अधिकारियों के हौसले इतने बुलंद हो जाते हैं कि वे बार-बार इस प्रकार की अनियमितताओं को अंजाम देते रहते हैं।

मंडी गेट पर आते ही होनी चाहिए एंट्री

नियमानुसार मंडी गेट पर ही किसान के आते ही इसकी एंट्री दर्ज होनी चाहिए। किसान जब फसल लेकर अंदर जाता है तो वहां आक्शन रिकार्डर को यह अंकित करना चाहिए कि कौन और कहां का किसान कितनी फसल लेकर आया और उसे किसने, किस भाव में खरीदा? जे-फार्म की प्रति जमींदार को और आई-फार्म की प्रति खरीददार को दी जानी चाहिए। लेकिन मंडी के अंदर ऐसा नहीं हो रहा था। टीम की ओर से जब इसे चेक किया गया तो बड़ी गड़बड़ियां मिलीं। मुख्य प्रशासक विनय सिंह के अनुसार फिलहाल इसे देखते हुए करनाल मंडी के सचिव हकीकत राय कादियान व तरावड़ी मंडी के सचिव मोहित बेरी को निलंबित कर दिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।


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