कोई किन्ने दावे कर लवे, सब जाणदे ने केहड़ी सरकार आणी ए
चुनाव के दौरान हर कोई अपने क्षेत्र के प्रत्याशी से लेकर सरकार बनने के समीकरण लगाता है।
जागरण संवाददाता, करनाल : चुनाव के दौरान हर कोई अपने क्षेत्र के प्रत्याशी से लेकर सरकार बनने के समीकरण लगाता है। चुनाव मैदान में उतरे प्रत्याशी और उनके समर्थक भी अपनी-अपनी जीत के दावे कर रहे हैं, जिसके साथ ही बाजारों में दिनभर चुनावी चौपाल लग रही है। कारोबार के साथ-साथ दिनभर चुनावी चर्चा दुकानदार अपनी चुनावी चौपाल लगा कर कर रहे हैं। हर पार्टी के हालात से लेकर वोट बैंक और अपने-अपने कार्यकाल में कराए विकास कार्यो का आंकलन कर हर सीट पर चर्चा की जा रही है। ऐसी ही चर्चा अश्वनी कुमार और गुलशन कुमार की दुकान पर भी खुलकर की गई, जिसमें दैनिक जागरण भी शामिल हुआ तो दुकानदारों का कहना था कि कोई किन्ने दावे कर लवे, सब जाणदें ने केहड़ी सरकार आणी ए। चौपाल में अश्वनी कुमार कहते है कि वर्तमान भाजपा सरकार की नीतियों से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लहर आज भी कायम है। उनकी लहर और अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर की नीतियों का असर प्रदेश में वर्तमान में भी दिखदा सी। इस पर जिला व्यापार मंडल के प्रदेश प्रवक्ता किशोर नागपाल कहते है कि प्रदेश के अन्य क्षेत्रों के साथ-साथ करनाल और पानीपत जिलों में 10 वर्षो तक पूर्व सांसद डॉ अरविद शर्मा के कराए कामों को लोकी हुण बी याद करदे हां। डॉ. शर्मा विधानसभा चुनाव मे भी लोगों से सीधा संपर्क बणाए हुए सी और अपील भी करदें है। ऐसे में भाजपा मजबूत दिखाई दे रही है। इस पर गुलशन कुमार और अरविद कुमार कहते है कि विपक्षी पार्टियों का संगठन कमजोर होने और आपसी कलह का फायदा भाजपा को मिलता दिख रहा है। हां में हां मिलाते हुए पवन कुमार और साजनदीप सिंह कहते है कि कोई किसी के बारे में कुछ भी कहे, लेकिन यह सब जानते है कि आखिर सरकार किसकी आणी सी। अब तो मतदाता मन बना चुके हैं, लेकिन वे चुप्पी साधे हैैं। विकास कुमार कहते हैं कि चुनाव प्रचार के आखिरी दिनों में भले ही दूसरी पार्टियों ने भी प्रयास किए हैं और ऐसे में मतदाताओं में जागरूकता भी बढ़ी है। अब लोग व्यक्तिगत नहीं, बल्कि विकास के आधार पर ही वोट देना तय करते हैं। इस पर किशोर नागपाल कहते हैं कि हर कोई अपने-अपने हक में हवा चलाने के प्रयास कर रहा है, लेकिन यह स्पष्ट है कि मतदाता विकास और कल्याणकारी नीतियों के आधार पर ही अपना वोट देंगे।